अजय मौर्या
अयोध्या। दरोगा के इंस्पेक्टर बने पूराकलंदर थाने के वरिष्ठ उपनिरीक्षक 46 वर्षीय ओंकार नाथ पुत्र परशुराम का शव बुधवार की सुबह थाने के ठीक सामने मैनुद्दीनपुर गांव स्थित उनके किराए के आवास में फंदे से लटका मिला।
कुछ दिन पूर्व उन्हें वरिष्ठ उप निरीक्षक से प्रोन्नत देकर निरीक्षक बनाया था।
देर रात इनकी तैनाती नगर कोतवाली में निरीक्षक अपराध के पद पर की गई थी और बुधवार को ही उनको अपना कार्यभार ग्रहण करना था।
मामले की जानकारी पर पुलिस महकमे में ही नहीं क्षेत्र में हलचल मच गई। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक समेत अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे और छानबीन शुरू की।
छानबीन में पता चला कि सुबह वह मॉर्निंग वॉक को निकले थे और थाने का चक्कर काट वापस अपने कमरे पर पहुंचे थे।
निरीक्षक का शव ऊपरी मंजिल को जाने वाली सीढ़ियों के बगल लगी लोहे की रेलिंग के सहारे लटका मिला।
मृतक निरीक्षक मूलरूप से फुलवरिया थाना बेलहरकला जिला संतकबीर नगर के निवासी थे। इनका परिवार गांव पर ही रहता है और कभी-कभी यहां आता है।
मैनुद्दीनपुर गांव निवासी जिस अर्जुन सिंह के मकान परिसर में निरीक्षक का शव फंदे से लटका मिला है, इस दो मंजिला मकान में 6 कमरे हैं।
इन सभी में थाने के ही महिला और पुलिस कर्मी किराये पर रहते हैं। पुलिस के अनुसार ओंकारनाथ वर्ष 2007 में भर्ती हुए थे, 23 जुलाई 2022 को पूरा कलंदर थाने में तैनाती मिलने के बाद वह थाने के सामने ही रहते थे।
घटना को लेकर सवाल उठ रहे है कि अगर निरीक्षक को फांसी लगाकर आत्महत्या ही करनी थी तो यह कार्य उन्होंने अपने कमरे में क्यों नहीं किया?
अगर मानसिक अवसाद के शिकार थे तो आत्महत्या रात के अंधेरे में कर सकते थे।
वही सूचना पर पहुंची पीड़ित पत्नी का रो-रोकर हाल खराब है वह बार-बार यही कह रही है कि तुम जब बुलाते थे या बीमार होते थे तो तुरंत आ जाती थी, तुम ऐसा कर रही नहीं सकते, आखिर तुम्हारा प्राण किसने ले लिया।
पुलिस अधीक्षक नगर मधुबन सिंह का कहना है कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया है। पूरे मामले की छानबीन कराई जा रही है।
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