वासुदेव यादव
राम नगरी अयोध्या की तपस्वी छावनी की महंती को लेकर चल रहे विवाद पर विराम लग गया है ।
डीएम की मौजूदगी में रामकथा संग्रहालय में करीब 3 घंटे तक चली दोनों पक्ष के संतों की बैठक के बाद यह सफलता मिली है।
अब 12 सितंबर को तपस्वी छावनी के साकेत वासी महंत के त्रयोदश संस्कार पर भंडारा होगा और महंती का फैसला न्यायालय तय करेगा।
इस बैठक के बाद डीएम नीतीश कुमार ने कहा कि दोनों पक्षों की आपसी सहमति के बाद साकेत वासी महंत सर्वेश्वर दास के त्रयोदश संस्कार से जुड़ा भंडारा तो होगा पर महानती किसी की नहीं होगी।
इस मामले में दोनों पक्ष न्यायालय में अपना दावा कर रहे हैं जो जीतेंगे वह न्यायालय के आदेश पर महंत बन सकेगा।बात दे कि तपस्वी छावनी की महंती को लेकर विवाद गुजरात के अहमदाबाद स्थित जगन्नाथ मंदिर के महंत दिलीप दास महेंद्र भाई और परमहंस के बीच चल रहा था।
इसको लेकर राम नगरी अयोध्या में संतों के दो गुट आमने-सामने थे इस विवाद की आज लखनऊ से होकर दिल्ली तक पहुंच चुकी थी सत्ता के गलियारों में भी इस विवाद को लेकर आज असमंजस की स्थिति थी इसका कारण अयोध्या और संतों को इसके केंद्र में होना था।
वहीं इस बैठक में महंत दिलीप दास की ओर से मणिराम दास छावनी के महंत कमलनयन दास श्री वल्लभा कुंज के प्रमुख और विक्रमादित्य महोत्सव समिति के अध्यक्ष स्वामी राजकुमार दास मंगल भवन के महंत राम भूषण दास कृपालु बाबा और परमहंस दास के पक्ष में संकट मोचन सेना के अध्यक्ष संजय दास डॉक्टर महेश दास और माधव दास आदि संत मौजूद रहे।
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