सीएमएस डॉ सत्येंद्र सिंह
खबर राम नगरी अयोध्या से जहां पर राजकीय श्रीराम चिकित्सालय में वर्षों से सर्जन डॉक्टर नहीं है। इसके चलते मेजर ऑपरेशन नहीं हो पाते हैं और मरीजों को इधर-उधर भटकना पड़ता है।
जिसके चलते उनका शोषण भी होता है। इसके साथ ही यहां पर अल्ट्रासाउंड की मशीन धूल फांक रही है क्योंकि इसके भी डॉक्टर यहां पर नहीं है। यहां पर बेहोशी के भी डॉक्टर नहीं है।
हमारे संवाददाता वासुदेव यादव ने आज राजकीय श्रीराम अस्पताल का रियलिटी चेक किया तो मरीजों की मिली-जुली प्रतिक्रियाएं सामने आई अधिकतर मरीजों ने कहा कि नाममात्र की सुविधाएं प्राप्त होती हैं।
कुछ दवाएं बाहर से भी लेनी पड़ती हैं। हालांकि यहां पर अस्पताल में साफ सफाई की व्यवस्था ठीक दिखी। सभी समय से डॉक्टर मरीजों को देखते हुए नजर आए।
लेकिन यहां पर डॉक्टरों की कमी के चलते मरीजों को परेशानी का सामना आज़कल करना पड़ता है।
बताते चलें कि राजकीय श्रीराम अस्पताल में प्रतिदिन लगभग 800 मरीज आते हैं। वहीं सोमवार को यह आंकड़ा लगभग 1100 से 1200 सौ हो जाता है।
डॉक्टरों की कमी के चलते बाहर से आने वाले मरीजों को समस्याओं का सामना करना पड़ता है। हालांकि यहां पर जो सुविधाएं हैं व मरीजों को उपलब्ध कराई जाती है।
इस सम्बंध में यहां के सीएमएस डॉक्टर सत्येंद्र सिंह ने कहा कि अस्पताल में जो भी दवाएं हैं जांच की सुविधाएं हैं यह सब निशुल्क मरीजों को दी जाती हैं।
जो मरीज भर्ती होते हैं उन्हें भोजन भी दिया जाता है। जांच की सभी सुविधाएं उपलब्ध व निशुल्क हैं। एक्सरे भी यहां पर होता है। डॉक्टर की कुछ कमियां हैं।
इसके लिए शासन व प्रशासन से पत्राचार किया गया है। उम्मीद है कि जल्द ही डॉक्टर उपलब्ध हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास रहता है जो भी यहां पर चिकित्सा व्यवस्थाएं हैं समय से सभी मरीजों को उपलब्ध हो। इसके लिए हम और हमारा स्टाफ सदैव तत्पर रहता है।
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