सुमित
खबर प्रतापगढ़ से है जहां रानीगंज स्थित स्वामी करपात्री जी महाराज राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में शासन द्वारा निर्देशित मनाए जाने वाले शिक्षक पर्व सुअवसर पर राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर परिकल्पित शिक्षकों की भूमिका विषय पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
संगोष्ठी का शुभारंभ मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण के साथ हुआ।
संगोष्ठी को संबोधित करते हुए जेवरात प्राचार्य प्रो०विजय कुमार मिश्र ने कहा कि वर्तमान राष्ट्रीय शिक्षा नीति की गुणवत्तापूर्ण बनाए रखने के लिए शिक्षकों को विद्यार्थियों के प्रति अधिक संवेदनशील होकर उनके अन्दर छिपी हुई प्रतिभा को उभारना होगा।
जिससे छात्रों की अकादमिक क्षमताओं का पूर्ण विकास हो सके डा० अंशुमान सिंह ने कहा कि शिक्षक राष्ट्रीय शिक्षा नीति के माध्यम से छात्रों को अच्छा आकार देकर राष्ट्र को समृद्ध बना सकते हैं।
डा0 अजय यादव ने कहा कि शिक्षक विद्यार्थियों का मानस पिता होता है जो उसके जीवन में अदभुत चमत्कार प्रकट कर सकता है।
संगोष्ठी को डा०श्रद्धा, डा०संदीप वर्मा, डा०ज्योति शुक्ला आदि ने अपने अपने विचार प्रकट किए।
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