वेदव्यास त्रिपाठी
खबर प्रतापगढ़ से है जहां पट्टी तहसील क्षेत्र के ग्राम मोलानापुर के राममूर्ति तिवारी उम्र 65 वर्ष के सीने में अचानक तेजी से दर्द उठा तो उन्होंने इसकी जानकारी परिजनों को दी घर में मौजूद पत्नी और बेटों ने तुरंत डायल 108 से मदद लेने के लिए जुट गए परिजनों ने बताया कि लगातार 2 घंटे तक अलग-अलग मोबाइल नंबरों से फोन किया गया 108 एंबुलेंस से से संपर्क बना रहा लेकिन एंबुलेंस पीड़ित के घर नहीं आई और आखिरकार राममूर्ति तिवारी एंबुलेंस के इंतजार में दुनिया से ही चल दिए ।
मृतक के घर में बड़ा बेटा आशीष तिवारी और अवनीश तिवारी तथा पत्नी शशि कांति देवी का रो रो कर बुरा हाल मृतक के घर की स्थिति बहुत ही दयनीय है ना कोई कमाने वाला है।
मृतक के परिजनों को आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है अगर एंबुलेंस सूचना पर आ गई होती तो समुचित इलाज मिल गया होता तो संभवत राम मूरत की जान बच सकती थी।
बताते चलें कि एंबुलेंस 108 समय से ना मिलने के कारण लोग अपनी जान गवा देते। वहीं पर सरकार द्वारा गरीबों की मदद के लिए डायल 108 एंबुलेंस संचार कर आया था ।
जिससे लोगों को सुविधा मिल सके लेकिन गरीबों तक समय से उपलब्ध नहीं हो पाता है लोग अपनी जान गवा देते फिलहाल इस मामले में सरकार को संज्ञान में लेकर गंभीर होनी चाहिए जिससे गरीबों की मदद हो सके।
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