गोण्डा:नगर पालिका में बिना अनुमति के टेंडर सहित अन्य मामलों में अनियमितता का आरोप लगाते हुए भाजपा के नगर अध्यक्ष व रानी बाजार वार्ड से सभासद विशाल अग्रवाल सहित करीब एक दर्जन सभासदों ने डीएम को ज्ञापन देकर जांच कराए जाने की मांग किया था।
जिस पर डीएम ने कमेटी गठित कर जांच करने के निर्देश दिए हैं।
नगर पालिका गोंडा अपने अपने कारनामों को लेकर मीडिया की सुर्खियों में बनी रहती है।
कभी पीएफ घोटाला तो कभी बिना अनुमति के कराए गए टेंडर सहित तमाम आरोपों से घिरी नगर पालिका पर आए दिन भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहते हैं।
यह आरोप कोई और नहीं बल्कि नगर पालिका बोर्ड के मेंबर ही लगा रहे हैं। सभासदों के मुताबिक करीब 6 माह से अधिक का समय हो गया। पालिका बोर्ड की बैठक नहीं हुई। फिर भी धड़ल्ले से टेंडर हो रहे हैं।
आरोप है कि नगरपालिका के आय-व्यय की जानकारी बोर्ड के सदस्यों को नहीं दी जाती है। भाजपा के नगर अध्यक्ष व सभासद विशाल अग्रवाल ने बताया पालिका की आय का पैसा कहां जा रहा है। इसकी किसी को जानकारी तक नहीं हो पाती है।
नियमों के मुताबिक नगर पालिका बोर्ड की बैठक में किन स्थानों पर कौन सा काम पालिका द्वारा कराया जाना है।
इसकी जानकारी बोर्ड के सदस्यों को देते हुए प्रस्ताव पास होने के बाद ही टेंडर प्रक्रिया कराई जाए। जब भी बोर्ड की बैठक हो उसमें पिछले कार्यों के आय- ब्यय की पूरी जानकारी उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने कहा कि मनमानी का आलम यह है कि एक वर्ष पूर्व कराए गए कार्यों का अब तक भुगतान नहीं किया गया है।
जिससे नगरपालिका के ठेकेदार की आर्थिक स्थिति बहुत दयनीय हो गई है। वे मानसिक रूप से बहुत परेशान हैं। बोर्ड की आय का पूर्ण रूप से दुरुपयोग किया जा रहा।
आय ब्यय की कोई जानकारी बैठक में बोर्ड के सदस्यों को नहीं दी जाती है। सभासदों की शिकायत को डीएम ने गंभीरता से लेते हुए जांच कमेटी गठित की है।
इस कमेटी में सिटी मजिस्ट्रेट अर्पित गुप्ता एसडीएम कुलदीप सिंह तथा वित्तीय परामर्श दात्री जिला पंचायत को नामित किया गया है। एक सप्ताह के भीतर कमेटी जांच कर डीएम को रिपोर्ट सौंप देगी।
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