कांग्रेस विधानमण्डल दल की नेता ने मृतकों के परिजनों तथा घायलों के लिए सरकार से आर्थिक मदद पर दिया जोर, सीएम से कहा-झुलसे लोगों की हो निशुल्क बेहतर इलाज
गौरव तिवारी
लालगंज, प्रतापगढ़। कांग्रेस विधानमण्डल दल की नेता एवं जिले की रामपुरखास की विधायक आराधना मिश्रा मोना ने प्रदेश की राजधानी जैसे अतिमहत्वपूर्ण स्थान पर कई सरकारी विभागों की लापरवाही से होटल लेवाना सुईट में घटित अग्निकांड को प्रदेशवासियों के लिए चिंताजनक करार दिया है। वहीं उन्होनें प्रदेश सरकार से अग्निकांड में चार लोगों की हुई मौत पर इनके निराश्रित परिजनों को पचास पचास लाख रूपये आर्थिक सहायता दिये जाने को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है।
उन्होनें अग्निकांड में मृतक गुरनूर आनन्द, साहिबा कोर, अमान गाजी व श्राविका संत के निर्दोष जिंदा जल जाने को निराश्रित परिवारजनों के लिए असहनीय पीड़ाजनक कहा है।
वहीं उन्होनें अग्निकांड की घटना मे गंभीर रूप से झुलसे निर्दोष सोलह लोगों को पचीस पचीस लाख की आर्थिक सहायता के साथ झुलसे लोगों का संपूर्ण इलाज को निशुल्क कराए जाने की भी सरकार से मांग उठाई है।
राजधानी के हजरतगंज जैसे संवेदनशील इलाके मे होटल अग्निकांड को लेकर मंगलवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री को लिखे पत्र मे सीएलपी नेता आराधना मिश्रा मोना ने इस घटना में दोषी अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ कडी कार्रवाई कराए जाने पर जोर दिया है।
विधायक मोना ने सीएम को लिखे पत्र में कहा है कि घटना के कुछ समय पहले तक इस होटल को बिजली, एलडीए, नगर निगम, अग्नि शमन आदि विभागों द्वारा नोटिस दिये जाने का जो तथ्य प्रकाश मे आ रहा है उसे देखते हुए कमियों के सभी बिंदुओं पर जिम्मेदारो के खिलाफ कडी वैधानिक कार्रवाई की आवश्यकता पर जोर दिया है।
उन्होनें कहा है कि इस गंभीर प्रकरण की अब तक की जांच में यह स्पष्ट हो गया है कि लखनऊ विकास प्राधिकरण से होटल का नक्शा पास नही कराया गया था और अग्निशमन विभाग की भी अनापत्ति मे कई खामियां पायी गयी।
उन्होनें कहा है कि इसके पहले भी राजधानी मे होटल लेवाना सुईट के अलावा अन्य कई होटलों में अग्निकांड की दर्दनाक घटनाएं हो चुकी है।
विधायक मोना ने सवाल उठाया है कि इन घटनाओं के बाद भी प्रशासन ने आखिर क्यों सबक नहीं लिया।
कांग्रेस विधानमण्डल दल की नेता आराधना मिश्रा मोना ने इस घटना को सिर्फ राजधानी लखनऊ ही नही बल्कि प्रदेश के लोगों के लिए स्तब्धकारी एवं चिंतनीय ठहराते हुए मुख्यमंत्री से दोषियों के खिलाफ कडी कार्रवाई का अनुरोध किया है।
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