गोण्डा: पैसों की लालच में एक कलयुगी बेटे ने साथी के साथ मिलकर अपने पिता की हत्या कर शव को ईट से बांधकर नहर में फेंक दिया।
पुलिस को गुमराह करने के लिए अपहरण की झूठी सूचना दिया। करीब 18 दिन बाद पुलिस ने पूरे घटनाक्रम से पर्दा उठाते हुए आरोपी बेटे व उसके साथी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
बीते 16 अगस्त को विशेश्वरगंज थाना क्षेत्र के रनियापुर के मजरा ककरहवा निवासी सेवानिवृत्त गन्ना पर्यवेक्षक मृतक रामसेवक तिवारी रहस्यमय परिस्थितियों में कौड़िया थाना क्षेत्र के गोंडा बहराइच राजमार्ग स्थित घुचुवापुर अपनी दुकान पर घर से खाना पानी खाने के बाद लेटने आए थे।
जहां से अचानक वह लापता हो गए। मृतक रामसेवक तिवारी के बेटे प्रवीण तिवारी ने पुलिस को सूचना दी। कि उनके पिता का अपहरण हो गया है तथा एक अज्ञात नंबर से 11 लाख रुपए की फिरौती मांगी गई।
इस सूचना पर हरकत में आई पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू कर दी। हालांकि शुरुआती दौर में ही पुलिस ने प्रारंभिक जांच के बाद बताया कि यह घटना विशुद्ध रूप से हत्या है।
पुलिस को गुमराह करने के लिए अपहरण का नाटक रचा गया है। तीसरे दिन खरगूपुर थाना क्षेत्र के कंचनपुर फरेंदा के पास ईट से बंधा नहर में उनका शव उतराता मिला।
ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने नदी से शव को बाहर निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। घटना के बाद से हत्या का खुलासा करने के लिए पुलिस हाथ-पांव मार रही है।
रविवार को पुलिस ने पूरे घटनाक्रम का खुलासा करते हुए। विशेश्वरगंज थाना क्षेत्र के रनियापुर के मजरा ककरहवा निवासी मृतक के बेटे प्रवीण कुमार तिवारी व कौड़िया थाना क्षेत्र के घुचुवापुर निवासी उसके साथी रामकृपाल पाठक उर्फ बड़कऊ को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल तथा हत्या में सहयोग के लिए दिए गए 10 हजार रुपए में 46 सौ रुपए बरामद कर दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया गया है।
इस संबंध में अपर पुलिस अधीक्षक शिवराज ने बताया कि कौड़िया पुलिस व उनकी टीम ने सेवानिवृत्त गन्ना पर्यवेक्षक की हत्या के मामले में खुलासा करते हुए दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है।
उन्होंने बताया कि बीते 16 अगस्त को मृतक के बेटे प्रवीण तिवारी द्वारा कौड़िया थाने में पिता की गुमशुदगी दर्ज कराई गई थी। बाद में इस मामले में अपहरण का मुकदमा दर्ज किया गया।
इस घटना का खुलासा करने के लिए पुलिस की अन्य कई टीमें लगाई गई थी। इन टीमों द्वारा आज इस घटना का खुलासा किया गया है।
जिसमें सीसीटीवी फुटेज सर्विस लॉन्स सहित अन्य साक्ष्य से पता चला कि मृतक के बेटे तथा मुकदमा के वादी प्रवीण तिवारी द्वारा अपने साथी के सहयोग से पिता की हत्या कर शव को बोरे में रखकर नहर में फेंक दिया गया था।
पुलिस के मुताबिक अभियुक्त द्वारा पूछताछ में बताया गया कि उनके पिता के पास पैसे थे। यह पैसे सिर्फ बड़े और छोटे भाई को देते थे। मुझे कुछ नहीं मिलता था।
तथा उसके द्वारा कर्ज लेकर घर चलाया जा रहा था। और भी कुछ समस्याएं थी जिसकी वजह से अपने साथी के साथ मिलकर पिता की हत्या कर दिया।
इस मामले में अभियुक्त को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है अन्य विधिक कार्यवाही की जा रही है।
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