कमलेश
लखीमपुर खीरी:मां शब्द ही खुद में ममता से परिपूर्णता का आभास कराता है। आदि से ही माता के ममता को लेकर तमाम कहानियां और कथाएं प्रचलित हैं।
मां की ममता को संदर्भित करते हुए तमाम कहानियां व कथाएं मिलती हैं समय-समय पर मां के ममता का नजीर देखने को मिल ही जाता है। कहते है कि बच्चा चाहे जिसका हो उसका असली दर्द शायद एक माँ ही महसूस कर सकती है ।
मां की शान में एक मुन्नवर राणा की एक शायरी भी खूब प्रचलित है।बुलंदियों का बड़े से बड़ा निशान छुआ,
उठाया गोद में मां ने तब आसमान छुआ
घेर लेने को मुझे जब भी बलाएं आ गईं,
ढाल बनकर सामने मां की दुआएं आ गईं.....
ऐसा ही एक वाकिया यूपी के खीरी जनपद में उस समय देखने को मिला जब उत्तर प्रदेश के राजधानी लखनऊ से यूपी के खीरी जनपद में हुए सड़क हादसे का जायजा लेने के लिए कमिश्नर डॉ रोशन जैकब जिला अस्पताल खीरी पहुंची थी।
भीषण सड़क हादसे में घायल हुए एक बच्चे की स्थिति को देखकर वह भावुक हो गई उनकी ममतामई आंखों से आंसू निकल पड़े।
बताते चलें कि कमिश्नर रोशन जैकब एक बच्चे की मां है और बच्चे की घायल स्थिति को देखकर उनकी ममता छलक पड़ी और वे आंखों में आसूं भरे हुए रुवांसे गले से ही चिकित्सकों को इलाज में कोई भी कोताही न बरतने का निर्देश दिया।
बताते चले कि बुधवार तड़के लखीमपुर खीरी में NH730 पर बस और ट्रक की आमने-सामने भिड़ंत में 6 लोगों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई वही तीन दर्जन से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। जिसका स्थलीय निरीक्षण करने के लिए कमिश्नर डॉ रोशन जैकब खीरी पहुंची थी।
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