रमेश कुमार मिश्र
गोण्डा।नवाबगंज क्षेत्र के तुलसीपुर माझा के बलुहा मजरे के निवासी ज्ञानचंद सीआरपीएफ में सिपाही कुक के पद सोनीपत हरियाणा में तैनात थे।वह ३१ अगस्त को सेवानिवृत्त हो गए।
रविवार को जब वह अपनें गृह जनपद पहुंचे तो स्थानीय लोगों नें ढेमवाघाट पुल पर उन्हें तिरंगा झंडा लगी गाड़ी में बैठा कर देश भक्ति भरे गीत के धुन मे जुलूस कस्बे के पहलवान बीर मंदिर के पास बने अपनें घर पर पहुंचे यहां पर लोगों नें गाजे बाजे के साथ फूल माला पहनाकर ,तिलक लगा उनकी आरती उतार करा भव्य स्वागत किया।
इस दौरान लोगो को मिठाई खिलाकर कर सेवानिवृत्त सैनिक नें खुशी का इजहार करते हुए कहा कि मां भारती का सेवा करते हुए कैसे समय बीत गया यह उन्हें पता ही नही चला।
ज्ञानचंद सन् १९८३ में सीआरपीएफ में सीपाही के पद पर भर्ती हुए थे।जिसके बाद जम्मू-कश्मीर,त्रिपुरा छत्तीसगढ़, सहित देश के विभिन्न स्थानों पर अपनीं सेवाएं दी।
इस दौरान उन्होंने छत्तीसगढ़ के नक्शली क्षेत्र में तैनाती के दौरान नक्शलियों से हुई मुठभेड़ बारें लोगों को बताया।
सेवा निवृत्त सैनिक नें सभी लोगों का आभार जताते हुए सेना के अनुभवों को सबसे साझा किया तथा नौजवानों को सेना में जाकर देश सेवा करने के लिए प्रेरित किया।
सेवानिवृत्त ज्ञानचंद के पुत्र संजय कुमार भी सीआरपीएफ में सिपाही के पद पर अयोध्या हैं इस दौरान स्वागत करने वालों में सेवानिवृत्त ज्ञानचंद की पत्नी सुनीता देवी, पुत्र राकेश कुमार,वहू रानी वर्मा, सुनीता वर्मा,भरत कुमार, रविन्द्र नाथ सहित तमाम लोग रहे।
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