वासुदेव यादव
अयाेध्या। आचार्य पीठ तपस्वीजी की छावनी, रामघाट में गुरूवार सायंकाल शाेकसभा का आयोजन हुआ, जिसमें संत-धर्माचार्याें ने साकेतवासी महंत सर्वेश्वर दास महाराज काे भावभीनी श्रद्धांजलि दी।
सभा की अध्यक्षता दिगंबर अखाड़ा महंत सुरेश दास व आयोजन-संचालन वर्तमान तपस्वी छावनी पीठाधीश्वर जगद्गुरु परमहंस आचार्य ने किया।
महंत सुरेश दास ने कहा कि तपस्वी छावनी अयोध्या की सबसे पुरानी छावनी है। यहां के महंत बलुइया बाबा बहुत ही तपस्वी संत थे। उनके साकेतवास बाद सर्वेश्वर दास यहां के महंत बने।
जाे आज हम लोगाें के बीच में नही हैं। उनका साकेतवास हाे चुका है। वह विद्वान और त्यागी पुरुष थे। उन्होंने आजीवन तपस्वी छावनी परंपरा का निर्वाहन किया। वह अप्रतिम प्रतिभा के धनी संत थे।
रामकथा मंडप के महंत रामानंद दास ने कहा कि साकेतवासी महंत सर्वेश्वर दास महाराज महापुरुष थे। उनका स्वभाव बहुत ही सरल रहा। वह सबसे बहुत ही सरलता एवं विनम्रता के साथ मिलते थे।
उनका जीवन त्याग पूर्ण रहा है। वह सशरीर हम लोगाें के बीच नही हैं। लेकिन उनकी यश और कीर्ति सदैव रहेगी। हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अधिवक्ता मनीष पांडेय ने महंत सर्वेश्वर दास महाराज के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वह सच्चे अर्थों में एक तपस्वी थे, आध्यात्मिक ज्ञान से परिपूर्ण होने के साथ-साथ वे समाज में घटने वाली प्रत्येक घटनाओं पर अपनी गहने दृष्टि रखते थे, उनके साथ अक्सर अध्यात्मिक, तथा अन्य मुद्दों पर अक्सर चर्चाएं होती रहती थी।
श्री पांडेय ने यह भी कहा कि महंत सर्वेश्वर दास जी महाराज के पास व्यक्ति को पहचानने की अद्भुत क्षमता थी, निश्चित रूप से उनका जाना ना सिर्फ संत समाज का, बल्कि आध्यात्मिक जगत की एक अपूरणीय क्षति है।
शाेक सभा में हनुमान बाग महंत जगदीश दास, जगन्नाथ मंदिर अहमदाबाद महंत दिलीप दास, हनुमानकिला महंत रामभजन दास, वैद्य मंदिर महंत राजेंद्र दास, कनक महल महंत सीताराम दास महात्यागी, महाविरक्त आश्रम महंत माधवदास रामायणी, सरयू मंदिर महंत रामअवध दास, रामलीला निवास महंत चंद्रशेखर दास, राष्ट्रीय रामकथा मर्मज्ञ चंद्रांशु महाराज, करतलिया भजनाश्रम महंत बालयाेगी रामदास, महंत अंगद दास, महंत अभिराम दास, रावत मंदिर महंत राममिलन दास, स्वामी छविराम दास, महंत सच्चिदानंद दास, महंत रामकिशाेर दास, महंत गंगादास, सनातन मंदिर महंत मुकेश दास, आचार्य शशिकांत दास, महंत हरिभजन दास, महंत राजकुमार दास, पुजारी ओमप्रकाश दास, महंत प्रेमदास हरिद्वार, भरत दास, चंदा बाबा, मामा दास हनुमानगढ़ी, महेंद्र भाई झा गुजरात आदि संत-महंत व विशिष्टजन उपस्थित रहे।
उन्होंने भी साकेतवासी महंत के प्रति अपनी वाक् पुष्पांजलि अर्पित की। सभा के अंत में संत-महंताें ने दाे मिनट का माैन रखा।
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