आईएएस बने चार सगे भाई-बहनों के कीर्तिमान की ओर कदम
गौरव तिवारी
लालगंज, प्रतापगढ़। जिले की लालगंज तहसील के इटौरी गांव का नाम इधर एक ही परिवार से चार मेधावियों के आईएएस में कामयाबी को लेकर कई रिकार्डो से रोशन होने की खुशी में झूम उठा है।
गांव के अनिल मिश्र बडौदा ग्रामीण बैंक में शाखा प्रबंधक पद से सेवानिवृत्त हुए है। अनिल के चार पुत्र एवं पुत्रियों ने देश की सर्वोच्च परीक्षा आईएएस में सफलता लेकर एक नया कीर्तिमान बनाया है।
पुत्र योगेश व लोकेश तथा बेटी क्षमा व माधवी ने देश की सर्वोच्च परीक्षा आईएएस मे सबसे ज्यादा सगे भाई बहनों के रूप में स्थान बनाया है।
इसके चलते इन चारों मेधावियों का नाम इण्डिया बुक आफ रिकार्ड व एशिया बुक आफ रिकार्ड में दर्ज हुआ है। यहंी नही इन मेधावियो का यह कीर्तिमान प्रतापगढ़ के लालगंज क्षेत्र को अब निकट भविष्य में गिनीज बुक आफ रिकार्ड मे भी दर्ज कराने का इतिहास रचने की ओर है।
आईएएस योगेश मिश्र ने बताया कि पूर्वजों के आशीर्वाद से वह तथा भाई-बहन यह उपलब्धि हासिल कर सके हैं।
उन्होने यह भी बताया कि उनके द्वारा अपने मार्गदर्शन में एक साल में सर्वाधिक अभ्यर्थियों को प्रतियोगी परीक्षाओं मे चयनित होने हेतु मार्गदर्शन भी उपलब्ध कराया जा रहा है।
बकौल योगेश यह भी प्रतापगढ़ के लिए एक स्वर्णिम अध्याय होगा। इण्डिया बुक आफ रिकार्ड तथा एशिया बुक ऑफ रिकार्ड में मेधावियों का नाम सुनहले अक्षरों मे दर्ज होने से इटौरी तथा लालगंज के क्षेत्र के लोगों के चेहरों पर सुनहली मुस्कान देखी जा रही है।
चारों मेधावी अवकाश प्राप्त प्रधानाचार्य पं. रामकिशोर मिश्र के पौत्र होने की भी विशिष्ट पहचान रखते हैं।
मेधावियों के शुरूआती शिक्षक रहे विजय तिवारी का कहना है कि एक ही परिवार से चार आईएएस होने का खिताब अब देश ही नही दुनिया में प्रतापगढ़ का नाम रोशन करने जा रहा है।
वहीं डा. वीरेन्द्र मिश्र, डा. पूर्णिमा मिश्रा, प्रधानाचार्य बीएन तिवारी, प्रधानाचार्य सुनील शुक्ल, संयुक्त अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष अनिल त्रिपाठी महेश, राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी के मीडिया प्रभारी ज्ञानप्रकाश शुक्ल आदि ने भी मेधावियों के नाम दर्ज हुए रिकार्ड को जिले तथा अंचल के लिए गौरवपूर्ण उपलब्धि कहा है।
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