रमाकांत पांडे
खबर प्रतापगढ़ से है जहां आसपुर देवसरा के माना पुर गांव में स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र16 साल पहले शिलान्यास होकर खड़ी करोड़ों की लागत से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खंडहर में तब्दील हो गई है।
ग्रामीणों को अच्छी स्वास्थ सुविधा देने के लिए सरकार द्वारा ब्लॉक स्तर और तहसील स्तर से लेकर न्याय पंचायत तक स्वास्थ्य सुविधा देने के लिए सेंटर वैलनेस सेंटर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की स्थापना की गई।
लेकिन पट्टी तहसील के आसपुर देवसरा ब्लाक के माना पुर गांव में स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खंडहर के साथ-साथ अराजक तत्वों व चोर उचक्को पनाहगाह बन गई है।
फैकसफेड कार्यदाई संस्था निर्माण खंड प्रयागराज द्वारा सीएचसी का निर्माण हुआ था। खंडहर के अलावा जंगल सरीखे दिखाई देती है। दिन में भयानक स्थिति रहती है।
शाम ढलते ही चोर उचक्को नशेडियों का जमावड़ा लग जाता है। ग्रामीणों को स्वास्थ्य सुविधा से वंचित आज भी रहना पड़ रहा है।
18 जून 2006 को पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह उर्फ मोती सिंह निवर्तमान जिलाधिकारी आर यस वर्मा डाक्टर जी एस मेहनोत द्वारा बकायदा शिलान्यास किया गया लेकिन 16 साल बाद भी अस्पताल संचालित स्वास्थ्य विभाग जिला प्रशासन सरकार नहीं करा पाई।
क्षेत्र के राकेश सिंह, राजेश सिंह, विनय सिंह राणा, रामू जागीर सिंह, प्रदीप सिंह, राजा सिंह, मनोज सिंह, संदीप सिंह, शुभम सिंह सहित सैकड़ों ग्रामीणों ने जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग का ध्यान आकृष्ट कराते हुए मानापुर गांव में जर्जर हालत में खड़ी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को संचालित कराने की मांग की है।
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