गौरव तिवारी
लालगंज, प्रतापगढ़। कोतवाली के पूरे इच्छाराम गांव में तीन दिन पूर्व हुए बवाल मे साथी अधिवक्ता के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेजने से नाराज अधिवक्ताओं ने बुधवार को कोतवाली गेट पर पहुंचकर जमकर विरोध प्रदर्शन किया।
अधिवक्ताओं ने घटना को लेकर दोनों पक्ष पर दर्ज तमाम धाराओं मे मुकदमा होने के बावजूद एक पक्ष के वकील समेत चार सदस्यों को जेल भेज दिये जाने को एक पक्षीय कार्रवाई बताते हुए इसे उत्पीडन करार दिया है।
संयुक्त अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष अनिल त्रिपाठी महेश की अगुवाई में बुधवार को सुबह ग्यारह बजे वकीलों का जत्था नारेबाजी करते हुए लालगंज कोतवाली गेट पर आ धमका।
आक्रोशित अधिवक्ता साथी अधिवक्ता के खिलाफ दर्ज मुकदमें और उसे गिरफ्तार कर जेल भेजे जाने से आहत दिखे।
अधिवक्ताओं ने कहा कि पूरे इच्छाराम गांव मे हुए बवाल के मामले में अधिवक्ता समेत चार लोगो को जेल भेज दिया गया जबकि घटना का दूसरा पक्ष बेखौफ घूम रहा है।
सीओ रामसूरत सोनकर व कोतवाल कमलेश पाल की अनुपस्थिति में कोतवाली पहुंचकर दरोगा राजेश यादव को एसपी को संबोधित ज्ञापन सौंपते हुए अधिवक्ताओं ने कहा कि जेल भेजे गये साथी अधिवक्ता के पिता ने ग्राम प्रधान होने के नाते सरकारी जमीन पर अवैध कब्जे का विरोध किया।
इस पर विपक्षियों ने उनके घर पर ईट पत्थर चलाकर जमकर बवाल किया। यही नही आरोपियो ने वकील के दरवाजे पर खड़ी बोलेरो भी पत्थर मारकर क्षतिग्रस्त कर दिया और परिवार के लोगों को मारपीट कर लहूलुहान कर दिया।
आत्मरक्षा में साथी वकील ने लाइसेंसी बंदूक उठाई तब जाकर उसकी व उसके परिवार के सदस्यों की जान बच सकी।
अधिवक्ताओं ने साथी अधिवक्ता के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई को एक पक्षीय बताते हुए कडी नाराजगी जताई। दरोगा राजेश यादव ने घटना मे निष्पक्ष कार्रवाई का भरोसा दिलाकर किसी तरह वकीलों को शांत कराया।
इस मौके पर टीपी यादव, रामलगन यादव, विपिन शुक्ल, संतोष पाण्डेय, केके शुक्ल, शैलेन्द्र मिश्र, शैलेन्द्र शुक्ल, कमलेश तिवारी, शिव नारायण शुक्ल, राजेश दुबे, हरिकेश बहादुर सिंह, सिंटू मिश्र, शिवेन्द्र तिवारी, आशुतोष शुक्ल, अतुल, अजय, अश्विनी पाण्डेय, पारसनाथ सरोज, सुशील शुक्ल, शैलेन्द्र सिंह, शिव नारायण सिंह, अनूप पाण्डेय, अरूण मिश्र, बृजराज यादव, अमृतलाल यादव, भालेन्दु तिवारी आदि अधिवक्ता रहे।
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