आयुष मौर्य
धौरहरा खीरी।धौरहरा नगर पंचायत के स्कूलों में पढ़ने वाले बेसिक के बच्चों को एनजीओ ने मध्यान्ह भोजन योजना के तहत मिलने वाला भोजन नहीं दिया।
जिसके चलते दोपहर बाद भूख प्यास से व्याकुल बच्चों ने अपने घर जाकर भूख को शांत किया।
एनजीओ ने खाना पूर्ति के लिए बच्चों को बिस्कुट वितरित कर दिया । जिससे स्कूल आने वाले छात्र मायूस होकर घर वापस चले गए ।
धौरहरा नगर पंचायत में शनिवार को बेसिक शिक्षा परिषद व शासन द्वारा संचालित प्राथमिक विद्यालय नगर पंचायत , प्राथमिक विद्यालय बारिनटोला , प्राथमिक विद्यालय धौरहरा द्वितीय , प्राथमिक विद्यालय कबरियन टोला , संविलयन विद्यालय धौरहरा प्रथम , राजकीय इंटर कालेज धौरहरा व राजकीय बालिका इंटर कालेज धौरहरा में नामांकित करीब 2500 बच्चों में से आज स्कूल पहुचें बच्चों को कार्यदायी संस्था द्वारा भोजन उपलब्ध नहीं करवाया गया।
भोजन की जगह पर एनजीओ ने बच्चों को बिस्किट वितरित कर खानापूर्ति कर दी । एमडीएम न मिलने के चलते भूख प्यास से व्याकुल बच्चे मायूस होकर अपने घरों को जाकर अपनी भूख शांत की।
बीच बीच में बच्चों को बीते सत्र से ही एमडीएम न देने वाले एनजीओ ने नए सत्र में भी अपना पुराना रास्ता अपना लिया है।
स्कूलों में आए छात्र छात्राओं की आशा कुछ ही घंटे बाद मायूसी में बदल गई जब कस्बे के स्कूलों को भोजन पहुंचाने वाली संस्था ने निश्चित समय गुजर जाने के बाद भी मध्यान भोजन नहीं पहुंचाया।
भोजन की जगह पर एनजीओ संचालक ने बच्चों को बिस्किट वितरित कर दिए । एमडीएम न मिलने से बच्चे भूख से व्याकुल हो गए।
कस्बे के विभिन्न स्कूलों में पढ़ने वाले सैकड़ो छात्र - छात्राओं को एमडीएम न मिलने से वह मायूस होकर भूखे ही अपने घर को गए।
स्कूलों में भोजन को लेकर प्राथमिक विद्यालय नगर पंचायत के प्रधानाध्यापक प्रियावर्त श्रीवास्तव व संविलयन विद्यालय के प्रधानाध्यापक प्रवीण कुमार ने बताया कि उनके विद्यालयों को एनजीओ ने एमडीएम नहीं पहुंचाया है जिसके चलते आज बच्चों को भूखा ही रहना पड़ गया।
" एमडीएम न दिए जाने की जानकारी मिली है , बीएसए को कार्रवाई के लिए पत्र लिखा गया है ।"
आशीष कुमार पाण्डेय बीईओ धौरहरा
" बच्चों को एमडीएम न दिया जाना गलत है जांच कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी ।"
लक्ष्मी कांत पाण्डेय बीएसए खीरी
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