गौरव तिवारी
लालगंज,प्रतापगढ़: कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने भाजपा की केन्द्र सरकार पर विपक्ष की आवाज दबाने के लिए ईडी , सीबीआई तथा इन्कम टैक्स जैसी संस्थाओं के अलोकतांत्रिक दुरूपयोग को लेकर शुक्रवार को तीखी प्रतिक्रिया जताई है।
सासंद प्रमोद तिवारी ने कहा कि बीजेपी इन संस्थाओं का इस्तेमाल राजनैतिक बदले की भावना से इस तरह कर रही है कि इन संस्थाओं के अधिकारी अब तो भाजपा संगठन के पदाधिकारी की तरह सरकार से निर्देश लेने लगे है।
श्री तिवारी ने महाराष्ट्र, बंगाल तथा बिहार व दिल्ली जैसे राज्यों में विपक्षी नेताओं से जुड़े पुराने आधारहीन मुद्दों को या फिर जांच में रोक लगने के बावजूद मसलों की आड़ में विपक्ष को गैर कानूनी ढंग से घेरने की कोशिस कर चुकी है।
उन्होने कहा कि कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी तथा राहुल गांधी को भी मोदी सरकार के इशारे पर मंहगाई और बेरोजगारी को पार्टी के द्वारा मुद्दा बनाये जाने पर राजनैतिक बदले की भावना की पराकाष्ठा पर पहुंच गयी। उन्होने सरकार के अलोकंतात्रिक तथा गैर राजनीतिक तरीके से ईडी और सीबीआई के दुरूपयोग को आजादी के बाद किसी सरकार का पहला उदाहरण भी करार दिया।
उन्होने यह भी सवाल उठाया कि जब कोई विपक्ष का नेता भाजपा में शामिल हो जाता है,तो उसके सभी प्रकार के जांच के मुद्दे वही पर समाप्त हो जाया करते है।
श्री तिवारी ने कहा कि यह सरकार देश पर मंहगाई थोपने तथा बेरोजगारी के लिए अपनी जिम्मेदारी से मुंह मोड़ने के लिए विपक्ष के नेताओं पर दबाव बनाने में ही पूरा समय जाया कर रही है।
उन्होने कहा कि इस सरकार से किसान तथा युवा और आम मध्यम वर्ग सब दुखी है। कांग्रेस सांसद ने भाजपा को सत्ता से बाहर करने के लिए कांग्रेस के संघर्ष को बेहिचक जारी रखने का एलान करते हुए यह भी कहा कि भाजपा को सत्ता से बाहर करना इस समय की सबसे बड़ी आवश्यकता है।
मीडिया प्रभारी ज्ञान प्रकाश शुक्ल के हवाले से यहां जारी बयान में सांसद प्रमोद तिवारी ने भाजपा सरकार पर हमलावर होते हुए कहा है कि संवैधानिक संस्थाओं के दुरूपयोग के लिए देश की जनता भी सही समय पर इसे सबक सिखायेगी।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ