वेदव्यास त्रिपाठी
प्रतापगढ़:महिलाएं अपनी अलग से पहचान बनाएं, तभी उनमें आत्मविश्वास जगेगा अन्यथा वह हमेशा पुरुषों के ऊपर निर्भर रहेंगी.
उक्त बातें आज पट्टी में संघर्षशील महिला यफपीसी के निदेशक मंडल की बैठक के दौरान चाइल्डफंड इंडिया बंगलौर के वरिष्ठ आजीविका स्पेशलिस्ट के0 अनन्थ ने कही.
श्री अनन्थ ने कहा कि महिलाएं एक अच्छी मैनेजर होती है जो परिवार के साथ-साथ आर्थिक गतिविधियों का भी संचालन बेहतर तरीके से कर सकती हैं।
उन्होंने कहा कि जिस परिवार में महिलाएं आर्थिक प्रबंधन करती हैं वह परिवार काफी तेजी से विकास करता है।
इस अवसर पर तरुण चेतना के निदेशक नसीम अंसारी ने कहा कि महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना संस्था का सपना है बहुत जल्द ही यफपीसी की महिलाएं अपना व्यवसाय शुरू करने जा रही हैं।
कार्यक्रम में चाइल्डफंड के प्रोग्राम आफिसर रंजन श्रीवास्तव, संतोष मिश्रा, तरुण चेतना के मोहम्मद शमीम एवं संघर्षशील एफपीसी की गार्गी पटेल, ललिता बर्मा, लालमति, रीता हरिजन, विमला देवी, सावित्री देवी आदि महिलाएं उपस्थित रहीं।
कार्यक्रम के अंत में मुख्य अतिथि द्वारा वृक्षारोपण अभियान के तहत महिलाओं को अमरुद, नींबू, शरीफा व सहिजन के 1500 पौधे भी वितरित किये गये।
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