वेदव्यास त्रिपाठी
खबर प्रतापगढ़ के नगर स्थित काशीराम कॉलोनी से है जहां संदिग्ध दशा में बीते 12 जुलाई से लापता विवाहिता के परिजनों की शिकायत पर केस दर्ज कर पुलिस टीम सई नदी के किनारे शव को कब्र से निकलवाने पहुंची। इस मामले में परिजनों ने हत्या की आशंका जताई है।
बता दे कि प्रतापगढ़ नगर कोतवाली के सरोज चौराहा स्थित कांशीराम कॉलोनी की मुन्नी बेगम ने अपनी बेटी सायमा (22) की शादी जीआईसी कांशीराम कॉलोनी में सलमान के साथ की थी। सलमान ई रिक्शा चलाता है।
मुन्नी बेगम के अनुसार सायमा 12 जुलाई की दोपहर अपने पति से बाबागंज में मिलकर रुपये लेने की बात कहकर घर से निकली थी।
उसने फोन करके मां को बताया था कि वह राजापाल चौराहे पर जाम में फंसी है, थोड़ी देर में घर पहुंच जाएगी। बाद में उसका फोन बंद हो गया।
काफी कुछ खोजबीन के बाद भी पता नहीं चला। 21 जुलाई को सिकंदर नामक व्यक्ति ने बताया कि उसकी बेटी की हत्या कर शव सई नदी किनारे दफन कर दिया गया है।
शाम को मुन्नी बेगम ने अपने दामाद सलमान और उसके साथियों रुस्तम, नसीम और सिकंदर को नामजद कर हत्या करके शव छिपाने की एफआईआर दर्ज कराई है। मुन्नी बेगम ने बताया कि सायमा की तीन बेटियां हैं।
उसका पति उसे प्रताड़ित करता था। वह सरोज चौराहा स्थित कांशीराम कॉलोनी में किराए के कमरे में अपनी बेटियों के साथ रहती थी।
उसके पति ने उसकी हत्या कर शव को छिपा दिया है यह आरोप भी लगाया गया है।
शनिवार की देर शाम तक पुलिस ने शहर के बेल्हा देवी मंदिर के पास सई नदी किनारे शव की तलाश में कब्र की खोदाई का काम मजदूरों की मदद से शुरु कराया था।
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