राज्यसभा सांसद ने मोदी सरकार की गलत आर्थिक नीतियों पर बोला तीखा हमला, यूपी में स्थानांतरण उद्योग को लेकर भी योगी सरकार पर कसा तंज
गौरव तिवारी
लालगंज, प्रतापगढ़। कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने खादी से निर्मित होने वाले तिरंगे झण्डे को लेकर मोदी सरकार द्वारा अब पॉलिएस्टर के भी इस्तेमाल को लेकर कानून बदलने की नीति को स्वतंत्रता संग्राम से सम्बन्धित प्रतीकों पर असहनीय हमला करार दिया है।
पार्टी की केन्द्रीय कार्य समिति के सदस्य एवं सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि मौजूदा कानून में यह निर्धारित है कि तिरंगा झण्डा केवल खादी का ही बनाया जाएगा और अब केंद्र सरकार ने तय किया है कि इस झण्डे के निर्माण में पॉलिएस्टर का भी प्रयोग किया जा सकेगा।
उन्होने सरकार से सवाल उठाया कि आखिर वह पॉलिएस्टर लायेगी कहां से? बकौल प्रमोद तिवारी यह पॉलिएस्टर चीन से मंगाकर मोदी सरकार अब हम दो हमारे दो के अलावा चीन के उद्योगपतियों को भी फायदा पहुंचाने के लिए देश के खादी उद्योग से जुडे डेढ़ करोड कर्मचारियों की भी रोजी रोटी छीनने की तैयारी कर चुकी है।
राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि इन डेढ करोड़ कर्मचारियों के बेरोजगार होने की दशा मे इससे सम्बन्धित दस करोड लोग रोजी रोटी से हाथ धो बैठेगे।
प्रमोद तिवारी ने कर्नाटक के पूर्व मंत्री एवं भाजपा नेता ईश्वरप्पा के बीस साल में तिरंगे झण्डे को बदल देने के बयान को देश के करोडो लोगों की आस्था के प्रतीक पर भी खतरनाक नजरिया करार दिया है।
उन्होनें तीखी प्रतिक्रिया में यहां तक कहा है कि भारत माता के असली प्रतीक और चिन्ह तिरंगे से जुड़ी राष्ट्रीय आस्था के साथ मोदी सरकार का यह खिलवाड देशद्रोह नही तो और क्या है।
राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा कि यूथ कांग्रेस के एक कार्यकर्ता द्वारा बीती छब्बीस जनवरी 2001 को आरएसएस कार्यालय पर तिरंगा फहराने का प्रयास किया गया तो उस पर सरकार ने मुकदमा लाद दिया।
भाजपा बताये कि आखिर पिछले बावन साल मे आरएसएस ने अपने मुख्यालय पर तिरंगा क्यों नही फहराया। श्री तिवारी ने कहा कि कांग्रेस देश की आन बान और शान के प्रतीक तिरंगे के इस सरकारी अपमान के खिलाफ देश भर मे कड़ा विरोध दर्ज करायेगी।
वहीं राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने मोदी सरकार के कुप्रबंधन के चलते नोटबंदी और जीएसटी को आज की खतरनाक आर्थिक व्यवस्था के लिए पूरी तरह जिम्मेदार ठहराया है।
उन्होने कहा कि बढ़ती मंहगाई और बेरोजगारी तथा विदेशी मुद्रा भण्डार के सबसे कम होने का दंश देश सरकार की अर्थव्यवस्था को छिन्न-भिन्न कर देने के खामियाजे को भुगतने की पीड़ा सह रहा है।
मीडिया प्रभारी ज्ञानप्रकाश शुक्ल के हवाले से शनिवार को जारी यहां बयान में प्रमोद तिवारी ने रसोई गैस सिलेण्डर के दामों मे प्रति सिलेण्डर पचास रूपये बढोत्तरी के चलते ग्यारह सौ रूपये होने को भी गरीब की रसोई पर सरकार के पूंजीपति मित्रों के लाभ को लेकर खुला डांका करार दिया है।
उन्होने देश में सबसे कम खाद्यान्न भण्डार के मौजूदा हालात को भी चिंताजनक ठहराया है। वहीं कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने सरकार पर हमलावर होते हुए कहा कि उसकी गलत नीतियो के चलते चंद बड़े औद्यौगिक घरानों का इस समय सरकारी क्षेत्र मे पोषण हो रहा है तो किसान और मजदूर तथा नौजवान का खुला शोषण जारी है।
उन्होने खाद्यान्न संकट पर केंद्र से श्वेत पत्र भी जारी किये जाने पर जोर दिया है। श्री तिवारी ने इस समय यूपी मे भारी विद्युत कटौती तथा सूखे के दिख रहे लक्षण को लेकर भी केंद्र व राज्य सरकार की खामोशी को अफसोसजनक कहा है।
उन्होने मोदी सरकार पर अपनी इस सफलता को छिपाने के लिए देश के माहौल को साम्प्रदायिक बनाए जाने को लेकर कटघरे मे खड़ा करते हुए कहा कि राजस्थान के उदयपुर तथा अमरावती तथा कश्मीर की घटनाओं मे जिस तरह से मीडिया रिर्पोटिंग में अब भाजपा नेताओं के भी सीधे तार जुड़े होने के तथ्य सामने आ रहे हैं इस देखते हुए सरकार इसकी निष्पक्ष जांच कराये।
कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने उत्तर प्रदेश सरकार पर भी प्रशासनिक क्षेत्र की स्थानांतरण नीति को लेकर कडा हमला बोलते हुए कहा कि यूपी मे स्थानांतरण उद्योग बन गया है।
उन्होने कहा कि सरकार के मंत्री और अधिकारी जिस तरह से स्थानांतरण को लेकर मौखिक व लिखित रूप से आरोप और प्रत्यारोप कर रहे है उससे सरकार की साख गिरी है।
उन्होनें कहा कि स्थानांतरण को लेकर सरकार के मंत्री खुद अपने को जिस तरह असहाय बता रहे हैं उसे देख यह लग रहा है कि यूपी में हालात किस तरह विडम्बनापूर्ण हो उठे हैं।
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