वेदव्यास त्रिपाठी
प्रतापगढ़। आजादी के अमृत महोत्सव के अन्तर्गत आपदा जोखिम और नियुनीकरण हेतु कमान्डेन्ट मनोज कुमार शर्मा के कुशल दिशा निर्देशन में 11 एनडीआरएफ वाराणसी की टीमें विभिन्न एजेन्सियों के साथ सामंजस्य स्थापित करने हेतु संयुक्त मॉक अभ्यास का आयोजन कर रही है।
इसी कड़ी में श्रीराम बालिका इण्टर कालेज चिलबिला में एनडीआरएफ के सहायक कमान्डेन्ट स्वराज कमल की अगुवाई में जिला आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण और जिला प्रतापगढ़ के अन्य हितधारकों द्वारा संयुक्त रूप से भूकम्प पर एक मॉक अभ्यास आयोजित किया गया।
भूकम्प आने से स्कूल की बिल्डिंग क्षतिग्रस्त हो गया और बिल्डिंग में प्रवेश के सारे रास्ते बंद हो गये तथा कुछ बच्चे बिल्डिंग में फंस गये जिन्हें बिल्डिंग की दीवारों को काटकर एवं रोप रेस्क्यू के माध्यम से एनडीआरएफ की टीम द्वारा सुरक्षित बाहर निकाला गया तथा प्राथमिक उपचार के बाद एम्बुलेन्स से अस्पताल भेजा गया।
यह पूरी कवायद इंसिडेंट रिस्पांस सिस्टम के दिशा निर्देशों के अनुसार आयोजित की गयी और पूरी प्रक्रिया का पालन किया गया।
मॉक अभ्यास कार्यक्रम के दौरान अग्नि शमन विभाग द्वारा गैस सिलेण्डर में आग लगने पर कैसे सिलेण्डर की आग को बुझाया जाये, इस प्रक्रिया के सम्बन्ध में जानकारी दी गयी।
इसके अलावा यदि बिल्डिंग के तृतीय तल तक आग लगती है तो हाई प्रेशर मशीन के माध्यम से कैसे आग को बुझाया जाये इस प्रक्रिया को करके दिखाया गया।
आग लगने पर किसी भी दूसरे या तीसरे मंजिल से व्यक्ति को कैसे बचाया जाता है उस प्रक्रिया को अग्निशमन विभाग द्वारा दिखाया गया।
पीआरडी विभाग के जवानों द्वारा भूकम्प आने पर स्कूल के बच्चों को बचाने के प्रयास को दिखाया गया।
कार्यक्रम में अन्त में अपर जिलाधिकारी (वि0/रा0) त्रिभुवन विश्वकर्मा ने संयुक्त मॉक अभ्यास हेतु एनडीआरएफ, पुलिस, होमगार्ड, डीडीएमए, पीआरडी के जवानों, स्वास्थ्य विभाग, एन0सी0सी0, स्काउट एण्ड गाउड को धन्यवाद ज्ञापित किया और कहा कि एनडीआरएफ व अग्निशमन द्वारा किये गये कार्यक्रम से सीख लेने की आवश्यकता है जिससे हम दैवीय आपदाओं से निपटने में सक्षम होगें, आपदा से पूर्व तैयारी में ही समझदारी है।
इस दौरान एनडीआरएफ के सहायक कमान्डेन्ट स्वराज कमल, प्राचार्य अफीम कोठी शिव प्रकाश, पीआरडी विभाग के कम्पनी कमान्डर राधेश्याम तिवारी, अध्यापकगण, बच्चे सहित अन्य सम्भ्रान्त लोग उपस्थित रहे।
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