ग्रामीण का आरोप
गोण्डा: भष्ट्राचार पर अंकुश लगाने के लिए सरकार की लाख कोशिशों के बावजूद कर्मचारी निरंकुश होकर रिश्वत मांगने व लेने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ते है।
छोटे छोटे मामलों में रिपोर्ट लगाने के नाम पर बेखौफ होकर हजारों रुपयों की मांग कर डालते है।
ऐसा ही एक मामला मनकापुर तहसील क्षेत्र के तामापार गांव में देखने को मिला है। जहाँ तैनात लेखपाल ने जमीन माप कर रिपोर्ट लगाने के एवज में ग्रामीण से दो हजार रुपये की मांग कर डाली।
उक्त मांग को लेकर तामापार गांव निवासी राम बरन पुत्र ढुनमुन ने आरोप लगाते बताया कि 14 मई को उप जिला अधिकारी मनकापुर को एक पत्र देकर जमीन माप की गुहार लगाई थी।
मामले में उप जिलाधिकारी मनकापुर ने
लेखपाल तामापार हनुमान प्रसाद को जांच सौंपी थी। उस दौरान पीड़ित रामबरन ने दिए गए शिकायती पत्र में कहा था कि उसके भाई से उसका 2 फुट जमीन को लेकर विवाद है।
पीड़ित का आरोप है कि इसी शिकायत के आधार पर उप जिला अधिकारी द्वारा मांगी गई जांच रिपोर्ट को निस्तारित करने के एवज में सुविधा शुल्क के नाम पर क्षेत्रीय लेखपाल हनुमान प्रसाद ने दो हजार रुपये की मांग कर डाली।
लेकिन पीड़ित ने दो हजार दे पाने में असमर्थता जताते हुए पाँच सौ रुपये लेखपाल को देने का आरोप लगाया है।
इस बाबत उप जिला अधिकारी मनकापुर आकाश सिंह ने दूरभाष पर कहां की सुविधा शुल्क लेने की बात कतई क्षम्य नहीं होगी यदि जांच में ऐसा पाया जाता है तो लेखपाल के विरुद्ध विभागीय कार्यवाही की जाएगी।
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