वेदव्यास त्रिपाठी
प्रतापगढ़। जिलाधिकारी डा0 नितिन बंसल की अध्यक्षता में कल सायांकल कलेक्ट्रेट के सभागार में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के सफल संचालन हेतु अर्न्तविभागीय समन्वय समिति की बैठक की गयी।
बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस का प्रथम चरण दिनांक 20 जुलाई को आयोजित किया जायेगा एवं छूटे हुये बच्चों को आच्छादित करने के लिये दिनांक 25 से 27 जुलाई के मध्य मॉकअप चरण आयोजित किया जायेगा।
सीएमओ ने बताया कि गम्भीर कृमि संक्रमण से कई लक्षण उत्पन्न हो सकते है जैसे दस्त, पेट में दर्द, कमजोरी, उल्टी और भूख न लगना।
बच्चे में कीड़े की मात्रा जितनी अधिक होगी, संक्रमित व्यक्ति के लक्षण उतने ही अधिक होगें। हल्के संक्रमण वाले बच्चों में आमतौर पर कोई लक्षण नही दिखते है।
कृमि संक्रमण का इलाज सुरक्षित और लाभकारी एल्बेंडाजोल टैबलेट का उपयोग करके किया जा सकता है।
उन्होने बताया है कि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस अन्तर्गत स्कूलों व आंगनबाड़ी केन्द्र में अध्यापक/आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के माध्यम से 1 से 19 वर्ष तक के बच्चे और किशोर/किशोरियों को एल्बेंडाजोल टेबलेट खिलाई जायेगी।
जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया कि सभी विद्यालयों एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों के बच्चों की सूची प्राप्त करके संख्यावार दवाइयों उपलबध करायी जाये।
उन्होने कहा कि बच्चों को दवा कैसे खिलानी है इसकी जानकारी भी प्रशिक्षण में कर्मचारियों दी जाये। यदि किसी बच्चे की दवा के खाने के बाद तबियत खराब होती है 108 एम्बुलेन्स या सीएचसी/पीएचसी से तुरन्त सम्पर्क करें।
जिलाधिकारी ने कहा कि दवा वितरण करने वाले सभी कर्मचारियों को गम्भीरतापूर्वक प्रशिक्षण दिया जाये। आशा/आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अपने कार्यक्षेत्र में घर-घर जाकर लक्षित बच्चों को एल्बेंडाजोल की गोलियां खिलायेगी।
जिलाधिकारी ने कहा कि शिक्षक, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता आगामी कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम के समुदाय आधारित तरीके के बारे में बच्चों, माता-पिता या अभिभावक को बतायें।
जो बच्चे बीमारी या फिर अनुपस्थिति के कारण छूट गये हो, उन्हें मॉक-अप दिवस पर दवाई सेवन सुनिश्चित करायें। बैठक में अपर जिलाधिकारी (वि0/रा0) त्रिभुवन विश्वकर्मा, मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 गिरेन्द्र मोहन शुक्ल, जिला पंचायत राज अधिकारी रविशंकर द्विवेदी, जिला सूचना अधिकारी विजय कुमार, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भूपेन्द्र सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी पवन यादव, समस्त बाल विकास परियोजना अधिकारी व अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहे।
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