मवेशी की पूछ पकड़ कर मालिक ने बचाई जान,एक मवेशी लापता
आयुष मौर्य
धौरहरा खीरी ।ईसानगर क्षेत्र के गांव मिश्रगाव जमदरी में शुक्रवार को अपने तीन मवेशी लेकर नदी पार धान की फसल की निगरानी करने जा रहा ग्रामीण शारदा नदी के तेज बहाव में मय मवेशी समेत बह गया।
हालांकि घंटो बाद गांव से पांच किलोमीटर दूर एक मवेशी अपने मालिक को अपनी पूछ पकड़ाकर तैरता हुआ दिखाई दिया।
जिसको देख नदी किनारे पर मौजूद ग्रामीणों ने नाव का सहारा लेकर उसको तेज धारा से बाहर निकाल लिया। वहीं एक मवेशी नदी में बह गया जिसका कोई पता नहीं लग सका है।
ईसानगर क्षेत्र के मिश्रगाव जमदरी निवासी रामगोपाल (50) पुत्र रामभरोसे शुक्रवार को अपने एक जोड़ी भैसों व एक भैंस को लेकर शारदा नदी पार धान के खेतों की निगरानी करने जा रहा तभी बीच नदी में पहुचते ही शारदा नदी की तेज धारा में असुंतलित होकर दोनों भैसा व भैस समेत रामगोपाल भी नदी बह गया।
जिनको नदी किनारे खड़े लोगों ने जब देखा तो अन्य ग्रामीणों को बुलाकर नाव की व्यवस्था कर नदी में प्रवेश कर उसकी खोजबीन शुरू कर दी।
इस दौरान काफी देर बाद गांव से करीब 5 किलोमीटर दूर भैस की पूंछ पकड़े नदी में तैर रहे रामगोपाल को ग्रामीणों ने शुकशल निकालकर नदी पार खेतों में लेकर चले गए।
वहीं रामगोपाल का एक भैसा तेज धारा में बह गया जिसका दोपहर बाद तक भी कोई पता नहीं चल सका।
भैस की पूछ पकड़ने से रामगोपाल की बची जान,परिवार ने ली राहत की सांस
मिश्रगाव जमदरी में शुक्रवार को अपने मवेशियों के साथ नदी पार खेतों में जाने के लिए उतरे रामगोपाल (50) उस समय अपने मवेशियों के साथ नदी में बह गए जब सभी मवेशी बीच नदी में तेजधारा में असुंतलित होकर बहने लगे। यह तो रामगोपाल की किस्मत तेज थी कि वह अपनी भैस की पूछ पकड़े रहे।
जो भैस अपना संतुलन बनाये रखकर रामगोपाल को गांव से पांच किलोमीटर दूर नदी में पूछ पकड़ाए रख तैरती रही। जिसके बारे में जानकारी होते ही लोगों की जुबां से असमय ही निकल पड़ा कि स्वर्ग में गाय की पूछ पकड़कर वैतरणी पार करने के बारे में सुना था,आज भैस की पूछ पकड़कर विकराल रूप धारण किए शारदा नदी को पार करने की घटना सामने ही आ गई।
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