रजनीश / ज्ञान प्रकाश
करनैलगंज(गोंडा)। भगवान इंद्र के विरुद्ध तहसील दिवस में शिकायत का प्रार्थना पत्र वायरल करना व शिकायत करना महंगा पड़ गया।
मामले को जिलाधिकारी ने संज्ञान लेकर मुख्य राजस्व अधिकारी से जांच कराकर कार्रवाई के निर्देश दिए। जिसकी जांच में प्रार्थना पत्र फर्जी निकला।
तहसील दिवस के रजिस्टर में उस क्रमांक पर दूसरी शिकायत दर्ज पाई गई। तहसीलदार की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है।
शनिवार को संपूर्ण समाधान दिवस के दौरान इंद्र भगवान के खिलाफ पानी न बरसाने का फर्जी शिकायती पत्र सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था।
जिसको लेकर अधिकारी अब तेवर में आ गए हैं। रविवार को सीआरओ जयनाथ यादव, तहसीलदार नरसिंह नरायन वर्मा व सीओ मुन्ना उपाध्याय ने इस फर्जी शिकायत की जांच की।
इसके बाद कोतवाली में ग्राम झाला कटरा बाजार निवासी सुमित कुमार यादव के खिलाफ मामला दर्ज कराया।
तहसीलदार ने बताया कि मुख्य राजस्व अधिकारी की देख रेख में सीओ ने प्रकरण की गम्भीरता से जांच की।
जिसमें खुलासा हुआ कि सकरौरा नगर के पुनीत यादव ने मोबाइल फोन पर धमकी मिलने की शिकायत क्रमांक 684 पर की थी।
जिसको सीओ ने संज्ञान लेकर कार्रवाई के लिए निर्देशित किया था। जबकि इसी क्रमांक को दर्ज कर कूटरचित फर्जी तहसीलदार की अग्रसारित मुहर व हस्ताक्षर करके इंद्रदेव की शिकायत क्रमांक 684 पर दिखाकर पत्र इंटरनेट मीडिया पर वायरल की गई।
इस मामले को गम्भीरता से लेते हुए अधिवक्ता बरखण्डी गुप्ता से भी जब पूछताछ की गई तो उन्होंने भी इंद्र देवता की शिकायती पत्र पर अपने हस्ताक्षर होने से इंकार किया।
सीओ मुन्ना उपाध्याय ने बताया कि मामला दर्ज कर कार्रवाई के निर्देश दे दिए गए हैं।
कोतवाल सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि इंद्र देव के फर्जी वायरल शिकायती पत्र पर अंकित नाम पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया गया है।
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