विनोद कुमार
खबर प्रतापगढ़ के पट्टी तहसील से है जहांस मरसेबल से खेत की सिंचाई कर रहे एक पान किसान की करंट लगने से दर्द मौत हो गई।
परिजन उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए लेकिन गंभीर दशा को देखते हुए डॉक्टरों ने जिला मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया वहां पर पहुंचने पर डॉक्टरों ने किसान को मृत घोषित कर दिया।
एक बेटा और बेटी के पिता किसान की मौत के बाद परिजनों में हाहाकार मच गया ।पट्टी तहसील क्षेत्र के सीतापुर गांव का रहने वाला शशिकांत चौरसिया पुत्र रामबरन उम्र 40 को अपने पान की खेत में समरसेबल से सिंचाई कर रहा था ।
खेत में सिंचाई के दौरान व समरसेबल को ठीक करने लगा तभी करंट की चपेट में आने से वह गंभीर रूप से झुलस गया।
आसपास के लोगों ने देखा तो उसके पास पहुंचे और युवक को किसी तरह से करंट से अलग किया ।
आनन-फानन में परिजन उसे अमरगढ़ स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए जहां पर उसकी गंभीर दशा को देखते हुए डॉक्टरों ने जिला मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया।
परिजनों उसे प्रतापगढ़ जिला मेडिकल कॉलेज लेकर पहुंचे लेकिन तब तक डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया ।
देर रात युवक का शव घर पहुंचा तो परिजनों में कोहराम मच गया। दो मासूम बच्चों का पिता था मृतक शशिकांत चौरसिया एक पैर से दिव्यांग था वह घर पर रहकर खेती किसानी कर रहा था ।
उसके दो मासूम बच्चे जिसमें बड़ा बेटा सागर 12 वर्ष तथा संजना 9 वर्ष की है । उसकी पत्नी विमला भी एक हाथ से दिव्यांग है युवक की मौत से परिजनों में कोहराम मच गया तो वही पत्नी विमला तथा दो मासूम बच्चों का रो रो कर बुरा हाल है।
ग्राम प्रधान सुरेश चौरसिया से बात करने पर उन्होंने बताया कि करंट प्रवाहित होने से युवक की दर्दनाक मौत हुई है ।
युवक को इब्राहिमपुर घाट पर अंतिम संस्कार के लिए सुबह ले जाया गया है।
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