वेदव्यास त्रिपाठी
प्रतापगढ़। आजादी के 75वीं वर्षगांठ के अमृत महोत्सव अवसर पर उज्जवल ‘‘भारत-उज्जवल भविष्य-ऊर्जा 2047 के अन्तर्गत बिजली महोत्सव एवं ऊर्जा दिवस के अवसर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोक भवन लखनऊ से वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से प्रदेश में रूपये 2723.20 करोड़ की लागत से निर्मित 17 नग400/200/132/33 के0वी0 पारेषण/वितरण उपकेन्द्रों का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया।
मुख्यमंत्री द्वारा जनपद प्रतापगढ़ में 132/33 के0वी0 विद्युत पारेषण उपकेन्द्र मानधाता का लोकार्पण किया गया।
एन0आई0सी0 सभागार प्रतापगढ़ में लोकार्पण एवं शिलान्यास कार्यक्रम के सजीव प्रसारण को विधायक सदर राजेन्द्र कुमार मौर्य, विधायक विश्वनाथगंज जीत लाल पटेल, जिलाधिकारी डा0 नितिन बंसल, सांसद प्रतिनिधि अभिषेक पाण्डेय, अधीक्षण अभियन्ता सत्यपाल, अधिशाषी अभियन्ता विद्युत प्रेषण खण्ड राहुल मौर्य, जिला सूचना अधिकारी विजय कुमार सहित अन्य अधिकारियों व प्रतिनिधियों द्वारा देखा गया।
इस अवसर पर विधायकगणों द्वारा कहा गया कि बिजली एवं ऊर्जा के क्षेत्र में केन्द्र एवं प्रदेश सरकार द्वारा विभिन्न योजनायें चलायी जा रही है जिससे आमजनमानस लाभान्वित हो रहे है।
लोगों को रोस्टर के अनुसार विद्युत की आपूर्ति की जा रही है, जिन घरों में बिजली कनेक्शन नही थे उन्हें निःशुल्क विद्युत कनेक्शन उपलब्ध कराया जा रहा है।
इस अवसर पर अधीक्षण अभियन्ता विद्युत सत्यपाल ने बताया है कि जनपद प्रतापगढ़ के विश्वनाथगंज क्षेत्र के भविष्य गत भार की पूर्ति हेतु 132/33 के0वी0 विद्युत उपकेन्द्र मानधाता का निर्माण कराया गया है।
132/33 केवी विद्युत उपकेन्द्र मानधाता एवं तत्सम्बन्धी लाइनों के निर्माण की कुल लागत रूपये 29.98 करोड़ है।
पूर्व में मानधाता क्षेत्र का पोषण उपकेन्द्र प्रतापगढ़ तथा उपकेन्द्र कुण्डा के माध्यम से सुनिश्चित किया जाता था।
यह उपकेन्द्र क्षेत्र के निरन्तर बढ़ते भार के पोषण के परिपेक्ष्य में संतृप्त था। इसके अतिरिक्त इन उपकेन्द्र से निर्गर्मित 33 के0वी0 पोषक की लम्बाई अधिक होने तथा 01 अदद् 33 के0वी0 लाइन से एक से अधिक 33/11 के0वी0 उपकेन्द्रों के संयोजन के कारण इस उपकेन्द्र से पोषित होने वाले ग्रामीण क्षेत्रों में लो-वोल्टेज की समस्या होती थी।
इन समस्याओं के निराकरण हेतु विद्युत उपकेन्द्र मानधाता का निर्माण कराया गया है एवं इस उपकेन्द्र से 33 के0वी0 जेठवारा, बहोरिकपुर, विश्वनाथगंज, देल्हूपुर तथा सरायभीमसेन फीडर निर्गमित है तथा 02 नग 33 के0वी0 फीडर अतिरिक्त रूप में निर्माण कराये गये है।
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