कमलेश जायसवाल
खमरिया खीरी:सेफ्टी-डे सप्ताह के अंतर्गत ईसानगर क्षेत्र के खमरिया कस्बे में स्थित गोबिंद शुगर मिल ऐरा में चीनी मिल के यूनिट हेड की अगुवाई में बुधवार को मिल कर्मियों के द्वारा मॉक ड्रिल के जरिए आग पर काबू पाने के तरीकों समेत मिल में अन्य दुर्घटना होने पर उससे बचाव के बारे में जानकारी दी गई।
इस दौरान जिन दैनिक कर्मियों को इसकी जानकारी नहीं थी वह मिल में किसी बड़ी दुर्घटना घटित होने की आशंका जताते रहे। जिसको सुनकर मिल के बाहर लोगों में तरह तरह की चर्चाएं होती रही।
सेफ्टी-डे सप्ताह के अंतर्गत बुधवार को गोबिंद शुगर मिल ऐरा में यूनिट हेड आलोक सक्सेना की अगुवाई में हुए मार्क ड्रिल के दौरान आग पर काबू पाने व अन्य दुर्घटना घटित होने पर उससे बचाव के तरीके बताए गए।
जिसमें एक स्थान पर आग जलाकर मिल कर्मचारियों को अचानक उसकी सूचना दी गई। जिसको लेकर मिल कर्मचारियों ने घटना स्थल पर तत्काल पहुचकर आग को बुझाने के साथ साथ एम्बुलेंस को बुलाकर घायल को अस्पताल में पहुचाने का रिहर्सल किया गया।
जिसको देख जिन कर्मचारियों व मजदूरों को इसकी जानकारी नहीं थी वह मिल के अंदर बड़ी दुर्घटना होने की आशंका जताते हुए अपने साथियों को भी अवगत करा दिया।
जिसकी जानकारी पाकर मिल के बाहर लोगों में तरह तरह की चर्चाएं होती रही। इस दौरान मिल में हुए रिहर्सल में बताया कि आग लगने पर उन्हें क्या करना चाहिए तथा रास्ते में अग्निशमन वाहन को देखने पर उनका क्या व्यवहार होना चाहिए।
इसके अलावा अग्निशमन कर्मी ने बताया कि जिस जगह पर आग लगने की आशंका हो वहां बाल्टी में पानी व मग पाइप लाइन समेत सूती कपड़ा का गमछा तथा बालू मौजूद रहने पर आग की शुरुआत में ही उसे बुझाने में काफी मदद मिल सकती है।
आग लगने पर लोगों को आग की प्रकृति का अवलोकन कर तत्काल उसे बुझाने की कोशिश करनी चाहिए क्योंकि उसके फैल जाने पर उसे बुझाना मुश्किल हो जाता है।
आग लगने पर तुरंत उस पर पानी डाल दिया जाए या बालू डाल दिया जाए तो आग बुझ जाती है। इसके साथ साथ गैस रिसाव होने से आग लगने पर उसे सूती कपड़े के गमछे या चादर की मदद से बुझाया जा सकता है।
इसकी जानकारी मॉक ड्रिल के जरिए दी गई। मॉक ड्रिल के दौरान मिल कर्मियों ने मिल में पाइप लाइन से पानी,बालू का प्रयोग करने के अलावा आग पर सूती कपड़े के गमछे के जरिए खुद काबू पाकर यह तरकीब सीखी।
वहीं मिल में दुर्घटना घटित होने पर घायल को किस तरह से एम्बुलेंस के जरिये सही समय पर अस्पताल पहुँचाकर उसका इलाज शुरू करवाने का रिहर्सल मिल कर्मियों के साथ साथ मिल के बाहर किसी दुर्घटना होने की आशंका जताकर चर्चाओं में बना रहा।
हांलकि कई घंटे बाद मिल के बाहर मार्क ड्रिल की जानकारी जब लोगों को हुई तो गर्म चर्चाओं का दौर समाप्त हो गया।
इस दौरान यूनिट हेड आलोक सक्सेना के साथ साथ अन्य सैकड़ों मिल कर्मचारी मौजूद रहे।
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