रजनीश/ज्ञान प्रकाश
करनैलगंज(गोंडा)। बीते सोमवार को आये आंधी तूफान से टूटे बिजली के खंभों के चलते बिजली आपूर्ति चार दिन बाद भी बहाल नहीं हो सकी है।
चार दिन बीत जाने के बाद भी करीब 80 गांव की सवा लाख आबादी को बिजली नहीं मिल पा रही है। आंधी तूफान के बाद पेड़ और बिजली के खंभे टूटने की घटना से बिजली व्यवस्था बेपटरी हो गई है।
विद्युत उप केंद्र भंभुआ व करनैलगंज ग्रामीण क्षेत्र में पेड़ गिरने एवं बिजली के पोल टूटने के बाद गुरुवार तक बिजली आपूर्ति बहाल नहीं हुई।
बिजली विभाग के पास बिजली के खंभों की कमी के चलते दोबारा खंबे नहीं लगाया जा सके। जिससे करीब 80 गांव की सवा लाख आबादी इससे प्रभावित है।
करनैलगंज एवं भंभुआ उप केंद्र के अंतर्गत चंगेरिया, जहांगिरवा, मलौली, परसोली, कैथोली, दनापुर, पचमढ़ी, बुढ़वलिया, गुरवलिया, रुदौलिया सहित करीब दो दर्जन गांवों के 80 मजरों में बिजली आपूर्ति 4 दिन बाद भी फेल है।
बुधवार को बिना खंभे लगाए किसी तरह बिजली आपूर्ति करने का प्रयास किया गया। जिसमें 5 मिनट के लिए भी आपूर्ति नहीं हो सकी और आपूर्ति फेल हो गई।
ग्रामीणों का कहना है कि पहली आंधी से ही बिजली व्यवस्था चौपट हो गई है और अभी तो आंधियों का सिलसिला शुरू होगा। तब बिजली की आपूर्ति कैसे होगी इसकी चिंता लोगों को सता रही है।
उधर भभुआ विद्युत उपकेंद्र के अवर अभियंता संजीव कुमार का कहना है कि आंधी तूफान में बिजली के पोल क्षतिग्रस्त हुए हैं। जिन्हें नया लगाने के लिए विभाग को पत्र लिखा गया है।
खम्भे उपलब्ध होने के बाद बिजली आपूर्ति व्यवस्था बहाल कर दी जाएगी।
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