गौरव तिवारी
लालगंज प्रतापगढ़। केन्द्रीय कांग्रेस वर्किग कमेटी के सदस्य एवं यूपी आउटरीच एण्ड को आर्डिनेशन कमेटी के प्रभारी प्रमोद तिवारी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जर्मनी यात्रा पर देश के आंतरिक सियासी परिदृश्य को लेकर दिये गये बयान में राजनीतिक परम्परागत मर्यादा पर आघात ठहराया है।
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने राजनीतिक क्षेत्र में अपरिपक्वता का परिचय देते हुए बर्लिन मे जिस तरह से भारतीय रूपये में हाथ की घिसाई को लेकर अप्रत्यक्ष भ्रष्टाचार का बयान दिया वह यह साबित करता है कि पीएम अपने दूसरे कार्यकाल मे भी वैदेशिक भ्रमण पर देश की चिर काल से चली आ रही सर्वमान्य राजनीतिक परम्पराओं व राष्ट्रीय मर्यादा की सुरक्षा का एहसास नहीं कर सके हैं।
पीएम मोदी के विदेश की धरती पर दिये गये भारत मे भ्रष्टाचार के बयान को प्रमोद तिवारी ने पं. जवाहर लाल नेहरू से लेकर मनमोहन सिंह के प्रधानमंत्रित्व कार्यकाल तक निभाई गई राष्ट्रीय मर्यादा के सिद्धांतों को बड़ा नुकसान पहुंचाते हुए इसे राष्ट्रीय अपमान तक करार दिया।
उन्होनें कहा कि पीएम मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई समेत देश के विपक्ष के नेताओं से भी यदि सीख ली होती तो विदेश यात्रा में घरेलू समस्याओं का जिक्र करने से परहेज करते।
सीडब्ल्यूसी मेंबर प्रमोद तिवारी ने पीएम को उनके बयान पर आड़े हाथ लेते हुए कहा कि दिवंगत प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने एक रूपये मे पचासी पैसे के खर्च की बात दिल्ली से सही जगह तक पहुंचने मे कुछ अनावश्यक फिजूलखर्ची के मदों में खर्च होने की बात कही थी।
राजीव गांधी ने विकास की मजबूती के लिए फिजूलखर्ची से बचाव पर जोर देते हुए राष्ट्रीय विकास के प्रति अपने संकल्प को दृढ़ता के साथ पूरा किया था।
उन्होंने कहा कि देश कोयले के रिकार्ड उत्पादन के बावजूद कुप्रबंधन के चलते अभूतपूर्व बिजली संकट से गुजर रहा है ऐसे मे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनकी सरकार अर्थव्यवस्था के लगातार चौपट होने को संभालने के बजाय चुनावी दृष्टिकोण से केवल अलगाववाद का राग अलाप रही है।
महाराष्ट्र में राजठाकरे के लाउडस्पीकर बंद कराने की धमकी का जिक्र करते हुए श्री तिवारी ने कहा कि भाजपा राजठाकरे और ओवैसी जैसे लोगों के साथ मिलकर देश में अलगाववाद तथा धु्रवीकरण को लेकर जबाबी कौव्वाली की देश की एकता और अखण्डता को प्रभावित करने का सियासी माहौल बनाये रखने पर अमादा है।
मीडिया प्रभारी ज्ञानप्रकाश शुक्ल के हवाले से बुधवार को जारी बयान में प्रमोद तिवारी ने कहा कि सरकारी बिजली उत्पादक कंपनियों के द्वारा कई लाख टन कोयला आयात नही करने से बाजार में मंाग बढ़ने पर बिजली के दाम सरकार बढ़ाने का भी षडयन्त्र रच रही है।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ