विनोद कुमार
खबर प्रतापगढ़ से है जहां पीड़ित ननकू रामसुख स्वर्गीय सुखराम ग्राम व पोस्ट बूढ़े पुर थाना बाघराय तहसील कुंडा जनपद प्रतापगढ़ का निवासी है प्रार्थी वर्तमान में ग्राम प्रधान भी है।
पूरा मामला यह कि पीड़ित का पुराना स्वयं का बनाया हुआ ईट की दीवार का खपरैल मकान बना हुआ है उसमें पीड़ित का भूसा व अनाज व गृहस्थी का काफी सामान रखा जाता है जो बारिश के कारण खपरैल मकान होने की वजह से पानी से भीग जाता था ।
इसलिए उस घर का आधा खपडा उतार कर टीन सेड डालना चाह रहा था लेकिन खपडा उतारने के बाद जैसे ही काम शुरू किया थोड़ा काम होने के बाद परिवार के ही जमुना प्रसाद पुत्र रजत शिव पूजन व विजय कुमार सुतगढ़ स्वर्गीय अलगू राम व उनके घर की महिलाएं उस पर हस्तक्षेप करने लगी इसमें उन्हें भी हिस्सा चाहिए जबकि इसमें उनके हिस्से से कोई लेना देना नहीं है।
यह लोग अपने बंटवारे की जमीन में अपना मकान बना लिए है। केवल दबंगई व लड़ाई के बल पर पीड़ित को मकान की टीन डालने से रोक लगा रहे हैं क्योंकि पीड़ित के दो लड़के हैं जो बाहर सरकारी नौकरी करते हैं विपक्षी के घर की सारी महिलाएं और आदमी लड़ाई के लिए तैयार रहते हैं ताकि लड़ाई करके कोई न कोई आरोप लगाकर पीड़ित वह उसके दोनों लड़कों को मुकदमे में फंसा सकें।
पीड़ित लड़ाई झगड़ा नहीं करना चाहता है इससे पहले भी पीड़ित की दो जगह की जमीन थानाध्यक्ष बाघराय की मिलीभगत से कब्जा कर चुके हैं। ग्राम सभा की पक्की नाली भी बांध रखे हैं ।
पानी सड़क पर भरा हुआ है प्रार्थी ग्राम प्रधान होने के बावजूद भी विपक्षी के घर की महिलाएं आते जाते समय रास्ते में गाली देती रहती है ।
पीड़ित इस संबंध में थानाध्यक्ष बाघराय से कई बार मिल चुका है लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई है ।
इस संबंध में जिलाधिकारी, उप जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक,क्षेत्रा अधिकारी सदर व थानाध्यक्ष बाघराय को बीते 4/4/ 2022 को और इससे पहले भी कई प्रार्थना पत्र दे चुका है परंतु थानाध्यक्ष बाघराय द्वारा कोई न्याय नहीं मिला पीड़ित इस संबंध में प्रार्थना पत्र लेकर समस्त अधिकारियों के पास घूमता रहा
इसी के बीच 27/4/22 को सुबह शिवपूजन स्वर्गीय अलगू राम व उपरोक्त विपक्षी गण की सारी महिलाएं एकजुट होकर पीड़ित के जिस मकान में टीन डालना चाह रहे थे उसी से लगे हुए खपरैल मकान जो कि अभी खपडा से छाया हुआ है ।
उसकी पीछे की दीवार तोड़ कर पीड़ित का उसमें रखा हुआ अनाज सीमेंट की बोरियां तथा गृहस्ती का अन्य सामान चोरी कर ले गए पीड़ित के घर में पीड़ित की पत्नी व बहू थी डर बस नहीं बोल सकी पीड़ित ने डायल 112 पुलिस को बुलाया तो पुलिस आई लेकिन देख कर चली गई।
पीड़ित थानाध्यक्ष वाघराय के पास एफ आई आर दर्ज कराने के लिए चला गया और थाने की पुलिस शाम तक मौका देखने तक नहीं आई केवल डायल 112 की पुलिस गई थी आज तक मकान की दीवार वैसे ही टूटी पड़ी है पीड़ित इस संबंध में भी थानाध्यक्ष बाघराय को लिखित सूचना दी है तो पीड़ित को ही छेड़खानी में फंसाने की धमकी दी गई ।
थानाध्यक्ष बाघराय की मिलीभगत से पीड़ित की जमीन और मकान कब्जा कर ले रहे हैं और थानाध्यक्ष बाघराय द्वारा विपक्षियों का हौसला बढ़ा कर पीड़ित के घर में व पीड़ित के साथकोई अप्रिय घटना करवा सकते हैं।
पीड़ित को विपक्षियों से जान का खतरा बना हुआ है यदि थानाध्यक्ष द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई तो पीड़ित या उसके परिवार की कभी भी हत्या हो सकती है।
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