रजनीश/ज्ञान प्रकाश
करनैलगंज(गोंडा)। महाराणा प्रताप की ताकत की याद दिलाकर हिंदुओं को एक जुट करने का संकल्प लिया गया।
धर्म रक्षा सेतु संगठन के तत्वावधान में वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की जयंती हर्षोल्लास के साथ मनाई गई।
सोमवार की शाम नगर के श्रीराधा कृष्ण मंदिर गुड़ाही बाजार में धर्म रक्षा सेतु संगठन के धर्म रक्षकों द्वारा वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की जयंती मनाई गई।
अशोक शुक्ल की अध्यक्षता एवं कन्हैयालाल वर्मा के संचालन में आयोजित इस कार्यक्रम में वक्ताओं ने अपने विचार रखते हुए महाराणा प्रताप के जीवन वृत्त पर प्रकाश डाला।
वक्ताओं ने कहा कि उस काल में भी हिन्दुओं में आपस में फूट थी और आज भी है। यदि उस काल में हिन्दुओं में फूट न होती तो मुट्ठी भर आक्रांता मुगलों का साहस ही न होता कि वे राजपूताना की ओर आंख उठाकर भी देख सकें।
आपसी फूट के कारण ही महाराणा प्रताप को वनों में भटकते हुए घास की रोटियां तक खानी पड़ीं। महाराणा प्रताप भी यदि कुछ अन्य लोगों की भांति झुक गये होते तो उन्हें राज पाट धन, वैभव सब कुछ मिलता लेकिन उन्होंंने कभी अपने स्वाभिमान के साथ समझौता नहीं किया।
वक्ताओं ने कहा कि वर्तमान समय में भी बहुत से लोग धन, वैभव के प्रभाव में आकर निजी स्वार्थों के चलते अपनों का साथ नहीं दे रहे हैं जो निश्चय ही चिंता का विषय है।
संगठन के संस्थापक आयुष सोनी ने हिन्दुओं की एक जुटता पर बल दिया। इस मौके पर लक्ष्मी शंकर तिवारी, सत्य प्रकाश त्रिपाठी, विशाल कौशल, पं. घनेश मिश्रा, विशाल गुप्ता, सार्थक वैश्य, हर्ष सोनी, आदर्श गुप्ता, पीयूष शुक्ला, किशन सिंह, शशांक वर्मा, अभिजीत सोनी, सचिन तिवारी, त्रिवेणी प्रसाद गुप्ता आदि मौजूद रहे।
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