रमेश मिश्रा
गोण्डा:एक तरफ योगी आदित्यनाथ का जहाँ भू माफियाओं द्वारा किए गये अवैध कब्जे वा अवैध निर्माण पर बुलडोजर चल रहा है,वहीं गोंण्डा ज़िले के मनकापुर तहसील में भू माफिया पर प्रशासन मेहरबान नज़र आ रही है।
यहां आरोप है की कोर्ट में विचाराधीन जमीन पर दबंगों ने कब्जा कर उसपर जबरन मकान बना लिया है।
इसकी शिकायत गाँव वालों ने की लेकिन अब तक कोई कार्यवाई नहीं हुई,और तो और जब एक स्थानीय महिला पत्रकार ने इसकी खबर प्रकाशित कर दी। तो आरोप है की दबंगो ने पत्रकार को जान से मारने की धमकी तक दे डाली।
अब पीड़ित पत्रकार इन भू माफियाओं से खुद की रक्षा के लिए न्याय की गुहार लगा रही है।
मामला मनकापुर कोतवाली क्षेत्र के नारायनपुर ग्रंट का है,जहाँ की रहने वाली महिला पत्रकार सुशीला शुक्ला ने 27 अप्रैल को कोतवाली मनकापुर में देते हुए कहा है की उसी के गाँव के लाले यादव ने नवीन परती की जमीन पर जबरन कब्जा कर मकान बना लिया है,जिसका मामला 112 वी न्यायालय में विचाराधीन है।
महिला पत्रकार का कहना है की इसी को लेकर उसने अपने अख़बार में एक खबर प्रकाशित की थी,जिससे नाराज़ दबंगो ने उसको जान से मारने की धमकी दे रहें हैं।पत्रकार ने इसकी शिकायत मनकापुर कोतवाली पहुंच कर की,लेकिन आरोप है की मनकापुर कोतवाल ने कार्यवाई के बजाए उसको थाने पर 5 घंटे बैठाए रखा गया,और इसके बाद भी कोई कार्यवाई नहीं की।
पत्रकार का यह भी आरोप है की अब पुलिस उससे जबरन सुलह करने का दबाव बना रही है।और पुलिस उससे दोबारा तहरीर देने को कह रही है,मामले में पीड़ित पत्रकार अपनी सुरक्षा के लिए थाने से लेकर ज़िले तक गुहार लगा रही है।सिस्टम से ढुलमुल रवैये के चलते पत्रकार अब आत्महत्या करने को मजबूर है।
क्या कहतें हैं ज़िम्मेदार
उपजिलाधिकारी मनकापुर कीर्ति प्रकाश भारती ने बताया की मामला संज्ञान में नहीं था,जानकारी मिली है,जाँच कराकर आवश्यक कारवाही की जाएगी
वहीं हलका इंचार्ज बीरबल यादव ने बताया की मामले में जाँच की जा रही है,पुलिस द्वारा दबाव बनाने का आरोप निराधार है।
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