रजनीश/ज्ञान प्रकाश
करनैलगंज(गोंडा)। तालाब की नवैयत नही बदली जा सकती, मगर करनैलगंज नगर व ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित आधा दर्जन तालाबों पर पक्के मकान या तेजी से प्लाटिंग का काम हो रहा है।
तहसील क्षेत्र में तालाब, चरागाह, बावली, नजूल, ग्राम समाज व चकमार्ग सहित अन्य श्रेणी की सरकारी भूमि पर लोग खुलेआम कब्जा करके निर्माण कर चुके है या कब्जा करने के लिए उसकी नवैय्यत को बदल रहे हैं।
मगर शिकायत के बाद भी जिला प्रशासन उन सरकारी जमीनों को खाली कराने का प्रयास नही कर रहा है। तमाम कब्जेदार पक्का भवन बनाने का प्रयास कर रहे है।
ग्राम करनैलगंज ग्रामीण में सामने आया है। यहां के निवासी रामकुमार मौर्य ने उपजिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र दिया है।
जिसमे कहा गया है कि गांव के ही निवासी कुछ धनी लोगों ने ग्राम करनैलगंज ग्रामीण में स्थित गाटा संख्या 919 जलमग्न तालाब खाते की भूमि में पक्का मकान का निर्माण करवा कर न्यायालय के आदेश का उलंघन किया है।
जिसकी अनेकों बार शिकायत की गई मगर प्रशासन/राजस्व विभाग जलमग्न तालाब खाते की भूमि को खाली कराने में हीला हवाली कर रहा है।
उन्होंने जलमग्न तालाब खाते की भूमि को खाली कराने की मांग की है।
उपजिलाधिकारी हीरालाल ने बताया कि मामला संज्ञान में है, आरआई को प्रकरण की जांच सौंपी गई है।
आरआई अवधेश कुमार द्विवेदी ने बताया कि लेखपाल से जांच कराई गई। लेखपाल ने टीम गठित करने की मांग की है। टीम गठित कराकर प्रकरण का निस्तारण कराया जायेगा।
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