अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर जिला मुख्यालय के अंग्रेजी माध्यम विद्यालय पायनियर पब्लिक स्कूल एंड कॉलेज कक्षा 10 के बायो ग्रुप में अध्ययनरत छात्र छात्राओं को शैक्षिक भ्रमण कराते हुए जलीय पौधों के विषय में जानकारी प्रदान की गई ।
जानकारी के अनुसार 25 अप्रैल को शहर के अग्रेंजी माध्यम विद्यालय पॉयनियर पब्लिक स्कूल एण्ड कॉलेज मे कक्षा-10 के छात्र-छात्राओं को विद्यालय के प्रबन्ध निदेशक डा0 एम0पी0 तिवारी के नेतृत्व में जीव विज्ञान की प्रवक्ता शालिनी दीक्षित एवं विज्ञान के अध्यापक ने जीव विज्ञान से सम्बन्धित शैक्षिक भ्रमण के लिए रानी तालाब निकट हनुमान मन्दिर, तुलसीदास तालाब एवं आसपास क्षेत्रों में ले जाया गया, जहाँ छात्र छात्रओं को विभिन्न प्रकार के जलीय पौधो एवं जीवों के बारे में बताया गया । शैक्षिक भ्रमण केेे दौरान छात्र-छात्राओं को बताया गयाा कि जलीय पौधे वे पादप हैैं जो जलीय पर्यावरण में रहने एवं विकसित होने के लिए अनुकूलित हें। यह जल में अथवा अति आर्द्र भाग में ही विकसित होता है। इसका तना प्रायः लम्बा और मुलायम होता है, जिसमें लकड़ी के रेशे की कमी पायी जाती है। जलीय पौधे जिन्हे हाइड्रोफिलिप या हाइड्रोपोइट पौधो के रूप में भी जाना जाता है। कुछ प्रजातियां पूरी तरह से पानी मे डूबी रहती है, जबकि अन्य केवल पानी के नीचे ही अपनी जड़े और तना रखते है। अधिकांश जलीय पौधों की प्रजातियां झीलों, रिवरबैंक, दलदल और मैंग्रोव (खारे पानी में) निवास करती है। इनमें से कुछ प्रजातियों को मीठे पानी या यहां तक कि समुद्री एकैरियम के पारिस्थितिकी तंत्र को सजाने या बढ़ाने के लिए व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है। जलीय पौधों की कुछ प्रजातियाँ फूल पैदा करती है। छात्र-छात्राओं को आस-पास के क्षेत्र में पाये जाने वाले मरूदभिद्ध तथा समोद्धिद पौधों के बारे में बताया गया। साथ ही बच्चों को परजीवी पौधों के विषय में भी जानकारी दी जिसमें उन्हे कैसकूटा में पाये जाने विशेष अंग को भी दिखाया और बताया कि परपोषी पादप अपना पोषण मृत या जीवित जीवधारियों से प्राप्त करते है, जिसके आधार पर ये क्रमशः मृतपजीवी या परजीवी कहलाते है। कुछ पादप परस्पर रहकर सहजीवन व्यतीत करते है। विशिष्ट प्रकार के कीट भक्षी पादप अपना नाइट्रोजन पोषण छोटे जन्तुओ अथवा कीटों से प्राप्त करते है। इसके साथ-साथ पानी में पाये जाने वाले जन्तुओं के बारे मे भी बताया गया, साथ ही बच्चों ने आस-पास पाये जाने वाले पेड़, पौधों एवं जन्तुओं का भी अध्ययन किया। बच्चे अपने साथ पालीथीन बैग एवं बोतल ले गये थे जिसमें उन्होनें विभिन्न सूक्ष्म जीव जन्तुओं का सैम्पिल लैब के लिए इक्कठा किया एवं हारबेरियम के लिए विभिन्न प्रकार की पत्तियों को एकत्रित किया। शैक्षणिक भ्रमण में कक्षा-10 के छात्र-छात्राओं में आराध्या दूबे, अर्चना, अशरफ रजा, आयुशी , निखिल , प्रियश प्रसून मिश्रा, शाश्वत आदि छात्र मौजूद रहे। विद्यालय के छात्र-छात्रायें इस शैक्षणिक भ्रमण से बहुत प्रभावित हुये। तथा बच्चों ने बताया कि इस शैक्षणिक भ्रमण से हमें बहुत सी जानकारी प्राप्त हुयी। अंत मे विद्यालय के प्रबन्ध निदेशक डा0 तिवारी ने सभी बच्चों से शैक्षणिक भ्रमण की जानकारी ली तथा बच्चों का उत्साहवर्धन किया।
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