आयुष मौर्या
धौरहरा खीरी ।शनिवार को धौरहरा समेत रमियाबेहड़ व ईसानगर में दोपहर में शुरू हुई जवाहर नवोदय प्रवेश परीक्षा में नामांकित बच्चों की तुलना में दो तिहाई बच्चे परीक्षा में शामिल नहीं हुए।
आयोजित परीक्षा में शामिल न हो पाने की एक वहज परीक्षा केंद्रों की दूरी अधिक होना भी बताया जा रहा है।
शनिवार को धौरहरा क्षेत्र में तीन परीक्षा केंद्र राजकीय इंटर कालेज धौरहरा , आर ए यू के इंटर कालेज कफारा व कान्ति देवी इण्टर कालेज लखनपुरवा में नामांकित 876 बच्चों में से केवल 219 बच्चे ही परीक्षा केंद्र तक पहुचकर परीक्षा में शामिल हो पाए।
वहीं 657 बच्चे परीक्षा केंद्र तक ही नहीं पहुच सके। यही हाल ईसानगर व रमियाबेहड़ ब्लॉकों में रहा जहां नामांकित बच्चोँ में से अधिकतर बच्चे परीक्षा में शामिल नही हो पाए।
क्षेत्र के राजकीय इण्टर कालेज में 216 बच्चों ने , आर ए यू के इंटर कालेज कफारा में 238 व कान्ति देवी इण्टर कालेज लखनपुरवा में 203 बच्चों ने परीक्षा छोड़ी ।
परीक्षा केंद्र की दूरी के साथ प्रवेश पत्र न डाउनलोड़ करना भी बनी वजह
इतनी बड़ी प्रवेश परीक्षा में इतने अधिक बच्चों के परीक्षा में न शामिल होने का एक कारण यह भी सामने आया है कि कुछ बच्चों का परीक्षा केंद्र उनके घर से 15 से 25 किलोमीटर की दूरी पर था जो इतनी भीषण गर्मी में अपने बच्चे को लू से बचाने के चक्कर मे परीक्षा केंद्र तक नहीं ले गए।
वहीं एक अहम बात यह भी सामने आई जिसमें इससे पूर्व वर्षों में परीक्षा होने के कुछ दिन पहले ही नामांकित बच्चे का प्रवेश पत्र बच्चों के स्कूल में तैनात हेड अध्यापक के माध्यम से उन तक पहुचा दिया जाता था।
जो इस बार नहीं हुआ। इस बार प्रवेश पत्र अभिभावकों को स्वयं डाउनलोड करवाने के लिए कहा गया था जो कंप्यूटर सेंटरों तक जाकर प्रवेश पत्र डाउनलोड़ करवाने ही नहीं पहुचें जिसकी वजह उनके बच्चे परीक्षा मे शामिल नहीं हो सके।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ