रजनीश/ज्ञान प्रकाश
करनैलगंज(गोंडा)। राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत स्वास्थ्यकर्मी घर-घर जाकर अपने सामने फाइलेरिया की दवा खिलाएंगे। इसका प्रशिक्षण सीएचसी पर सम्पन्न हुआ।
जानकारी देते हुए सीएचसी अधीक्षक डॉ.सुरेश चंद्रा ने बताया कि दो वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं और अति गंभीर बीमार व्यक्तियों को ये दवाएं नहीं दी जाएंगी।
इस संबंध में शुक्रवार को समस्त आशा बहूओं को प्रशिक्षित किया गया। उन्होंने बताया राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत 12 मई से 27 मई के मध्य मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन कार्यक्रम शुरू हो गया।
इसके तहत हाथीपांव/फीलपांव बीमारी से बचाव के लिए डीईसी, बच्चों के पेट के कीड़े मारने की एल्बेंडाजॉल दवा खिलाई जाएगी।
इस मौके पर ब्लॉक कम्यूनिटी प्रोसेस प्रबंधक सुरेंद्र यादव, बीपीएम संजय कुमार यादव, अर्पण पाण्डेय , बीओसी ज्योति पाण्डेय, मानिटर रामजी, अमरेश कुमार, अरूणेन्द्र सिंह उपस्थित रहे।
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