अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर जिला मुख्यालय क अंग्रेजी माध्यम विद्यालय पायनियर पब्लिक स्कूल एंड कॉलेज में छात्र-छात्राओं द्वारा महाशिवरात्रि पर्व के उपलक्ष में अकेले कार्यक्रमों के माध्यम से भगवान सदाशिव तथा जय मां पार्वती सहित विभिन्न देवी-देवताओं की भूमिका निभाते हुए मंचन किया कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यालय के प्रबंध निदेशक डॉक्टर एमपी तिवारी के साथ मुख्य अतिथि सीआईएसफ के कंपनी कमांडर राहुल त्रिपाठी व विशिष्ठ अतिथि सहायक कमांडर नीरज कुमार, लोकेश कुमार एवं रोशन द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया ।
जानकारी के अनुसार 01 मार्च को शहर के अग्रेंजी माध्यम विद्यालय पॉयनियर पब्लिक स्कूल एण्ड कॉलेज, में ‘‘महाशिवरात्रि‘‘ मनायी गयी।
सर्वप्रथम विद्यालय के प्रबन्ध निदेशक डा0एम0पी0 तिवारी ने भगवान शिव जी के चित्र पर माल्यापर्ण करके द्धीप प्रज्जवलित किया।
मुख्य अतिथि राहुल त्रिपाठी कम्पनी कमांडर (सी0आई0एस0एफ0) तथा सम्मानित अतिथियों में नीरज कुमार (सहायक कम्पनी कमांडर), लोकेश कुमार एवं रोशन जी भी उपस्थित रहे।
तत्पश्चात् बच्चों को बताया कि महाशिवरात्रि भारतीयों का एक प्रमुख त्योहार है। यह भगवान शिव का प्रमुख पर्व है।
माघ फागुन कृष्ण पक्ष त्रयोदशी को महाशिवरात्रि पर्व मनाया जाता है। माना जाता है कि सृष्टि का प्रारम्भ इसी दिन से हुआ।
पौराणिक कथाओं के अनुसार इस सृष्टि का आरम्भ अग्निलिंग (जो महादेव का विशालकाय स्वरूप है) के उदय से हुआ।
इसी दिन भगवान शिव का विवाह देवी पार्वती के साथ हुआ था। साल में होने वाली 12 शिवरात्रियों में से महाशिवरात्रि को सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है।
भारत सहित पूरी दुनिया में महाशिवरात्रि का पावन पर्व बहुत ही उत्साह के साथ मनाया जाता है।
साथ ही यह भी बताया कि शिव पुराण के अनुसार, महाशिवरात्रि पूजा में छह वस्तुओं को अवश्य शामिल करना चाहिए जैसे-शिव लिंग का पानी, दूध और शहद के साथ अभिषेक।
बेर या बेल के पत्ते जो आत्मा की शुद्धि का प्रतिनिधित्व करते है। सिंदूर का पेस्ट स्नान के बाद शिव लिंग को लगाया जाता है।
यह पुण्य का प्रतिनिधित्व करता है। फल जो दीर्घायु और इच्छाओं की सन्तुष्टि को दर्शाते है। जलती धूप, धन, उपज (अनाज)। दीपक जो ज्ञान की प्राप्ति के लिए अनुकूल है।
पान के पत्ते जो सांसरिक सुखो के साथ सन्तोष अंकन करते है।
महाशिवरात्रि के अवसर पर विद्यालय में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये गये, जिसमें सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें आदित्य राज मिश्रा भगवान शिव के रूप में बारातियों का स्वागत हुआ।
महाराज दक्ष प्रजापति एवं महारानी मैना देवी नें भगवान भोलेनाथ का आरती उतार कर लोकरीति के अनुसार उनका स्वागत किया।
इसके अन्तर्गत शिव ताण्डव, निराले दुल्हे में तथा शिव जी बिहाने चले नामक गीतों पर बहुत ही मनमोहक नृत्य प्रस्तुत कर दर्शको का मन मोह लिया। सांस्कृति कार्यक्रम में भगवान शिव पार्वती के विवाह में बरातियों के अभिनय में ईशान श्रीवास्तव (नंदी), शान्तनु श्रीवास्तव (ब्रहमा जी), यशवी सोनी (सरस्वती जी), वरून श्रीवास्तव (विष्णु जी), अशी यादव (लक्ष्मी जी), आराध्या यादव (कृष्ण जी), निकिशा कुमार (राधा जी), अंश खण्डेलवाल (श्रीरामजी), अनघा द्धिवेदी (सीताजी), सर्वेश शुक्ला (हनुमान जी), आरोही खण्डेलवाल (नारद) तथा आराध्या श्रीवास्तव (भारतमाता) के रूप में बहुत ही सुन्दर झांकी प्रस्तुत किया।
महाशिवरात्रि के अवसर पर विद्यालय के उप प्रधानाचार्य संतोष श्रीवास्तव, शिखा पाण्डेय अध्यापकगण राघवेन्द्र त्रिपाठी (एक्टीविटी इंचार्ज), किरन मिश्रा, लता श्रीवास्तव, नेहा श्रीवास्तव, नीलम श्रीवास्तव, रूबी त्रिपाठी ए0के0 तिवारी, अखिलेश शुक्ला, राजमनि ने महाशिवरात्रि को मनाया।
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