वेद व्यास त्रिपाठी
प्रतापगढ़। उ0प्र0 राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ के दिशा निर्देश व जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण संजय शंकर पाण्डेय के मार्गदर्शन में जिला कारागार का जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव नीरज कुमार त्रिपाठी द्वारा निरीक्षण किया गया एवं बन्दियों को विधिक रूप से जागरूक किया गया।
निरीक्षण के दौरान जेलर राजेन्द्र प्रसाद चौधरी द्वारा अवगत कराया गया कि जिला कारागार में 1081 बन्दी निरूद्ध है जिसमें 937 विचाराधीन बन्दी है।
इसमें महिला 29 तथा 859 पुरूष एवं किशोर बन्दियों की संख्या 49 है। सिद्धदोष बन्दियों की संख्या 129 बतायी गयी जिसमें 06 महिला बन्दी व 123 पुरूष बन्दी शामिल है।
05 बन्दी पृथक वास में निरूद्ध है। जेल परिसर से बाहर बने अस्थायी कारागार में 03 बन्दी निरूद्ध बताये गये।
यह भी बताया गया कि जिला कारागार में कोई बन्दी कोरोना पाजिटिव नही है। जिला कारागार को पूरी तरह से सेनेटाइज कराया जा चुका हैं जेल में बन्दियों के लिये कोरोना जांच की व्यवस्था हैं।
जिला कारागार में कार्यरत अधिकारी एवं कर्मचारियों को कोरोना बूस्टर डोज लगा दी गयी है।
सचिव द्वारा जिला कारागार में स्थित महिला बैरक, पाकशाला, जेल अस्पताल, लीगल एण्ड क्लीनिक एवं वीडियो कान्फ्रेसिंग रूम, आर0ओ0 प्लान्ट का निरीक्षण किया गया।
लीगल एण्ड क्लीनिक में चयनित जेल पीएलवी द्वारा किये गये कार्यो की जानकारी ली गयी एवं लीगल एण्ड क्लीनिक के अभिलेखों का निरीक्षण किया गया।
इस अवसर पर जेल पीएलवी को निर्देशित किया गया कि जिल बन्दियों को अपने मुकदमें की पैरवी हेतु निःशुल्क पैनल अधिवक्ता की आवश्यकता है उनके आवेदन पत्र लिखित रूप में प्राप्त करके उनके आवेदन पत्र रजिस्टर में अंकित करके जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कार्यालय को उपलब्ध कराये जिससे बन्दियों को उनके मुकदमें की पैरवी हेतु निःशुल्क अधिवक्ता उपलब्ध कराया जा सके।
इस अवसर पर सचिव द्वारा जिला कारागार में निरूद्ध बन्दियों को उनके अधिकारों एवं प्लीबारगेनिंग के सम्बन्ध में विधिक जानकारी देते हुये जागरूक किया गया।
इस अवसर पर जेल विजिटर विश्वनाथ प्रसाद त्रिपाठी एडवोकेट द्वारा किशोर बन्दियों को उनके विधिक अधिकारों एवं प्लीबारगेनिंग तथा जमानत के सम्बन्ध में विधिक जानकारी देते हुये जागरूक किया गया।
निरीक्षण के दौरान जेलर द्वारा जानकारी दी गयी कि जेल में निरूद्ध सभी सिद्धदोष बन्दियों की अपील हो चुकी है जो सम्बन्धित न्यायालयों में विचाराधीन है।
जेल निरीक्षण के दौरान जेल अधिकारी को निर्देशित किया गया कि जिला कारागार की प्रतिदिन साफ-सफाई कराने के साथ-साथ सेनेटाइज कराया जाये।
जेल में स्थापित लीगल एण्ड क्लीनिक को नियमित रूप से संचालित करते हुये अभिलेखों को दुरूस्त किया जाये। इस अवसर पर उप जेलर सुनील कुमार द्विवेदी तथा जेल अस्पताल के चिकित्सक उपस्थित रहे।
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