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गोण्डा:शिवरात्रि पर उमड़ा आस्था का सैलाब, हर हर महादेव के जयघोष से गूंजे शिवालय।

बी पी त्रिपाठी

गोंडा। भगवान ​आशुतोष महादेव के आराधना के पावन पर्व और हिंदुओं के पवित्र त्यौहार महाशिवरात्रि पर आज जिले के शिवालयों में आस्था का जनसैलाब उमड़ पड़ा। 


लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं ने सभी के कष्टहर्ता दुःखहरणनाथ और भगवान पृथ्वीनाथ मंदिर में जलाभिषेक कर पुण्य कमाया।


खरगूपुर के ऐतिहासिक पृथ्वीनाथ मंदिर व शहर के दुखहरननाथ मंदिर पर मंगलवार की भोर से ही जलाभिषेक के लिए शिवभक्तों की सैलाब उमड़ पड़ा। 


भक्तों ने बाबा पृथ्वीनाथ व दुखहरननाथ समेत जिले भर के शिवमंदिरों में पहुंचकर भगवान भोलेनाथ को विल्वपत्र, भांग, धतूरा, फूल, फल चढ़ाकर व धूप अर्पित कर पूजा अर्चना की और अपने सुख समृद्धि की कामना की। 

करोहानाथ शिव मंदिर

इसी क्रम में मनकापुर क्षेत्र में महाशिवरात्रि के अवसर पर बाबा शिद्ध ईश्वरनाथ मंदिर मनकापुर,  बाबा करोहनाथ मंदिर ,कटेश्वरनाथ मंदिर ,मनकामेश्वर नाथ मंदिर पर सुबह चार बजे से ही शिव भक्तों की अपार भीड़ देखी गयी हर हर महादेव के उदघोष के साथ शिव भक्तों ने जलाभिषेक, रुद्राभिषेक पूजन आरती इत्यादि किया ।


इस दौरान भगवान भोलेनाथ की पूरे विधिविधान के साथ पूजा किया गया। बाबा करोहनाथ मंदिर पर शिव भक्तों की अपार भीड़ देखने को मिली दोपहर 1 बजे तक शिव मंदिर खचाखच भरा था, लोग भोलेनाथ की पूजा अर्चना में लीन रहे। वही बाबा शिद्ध ईश्वरनाथ,बाबा मोटेनाथ, बाबा कटे स्वर नाथ पर भी भक्तों की भीड़ रही ।


मनकापुर के बाबा करोहानाथ मंदिर पर सुरक्षा 


शिवरात्रि पर्व पर श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए पुलिस प्रशासन की तरफ से सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए।



मान्यता है कि अयोध्या में जब भगवान श्री राम जी जन्म हुआ तो भगवान शिव उनके बालरूप का दर्शन करने के लिए गए थे। 



अयोध्या से वापस लौटते समय बाबा भोलेनाथ के गोनर्द की इस पावन भूमि पर विश्राम के बाद भक्तों के कष्टों का निवारण किया था। 


इसी स्थान पर बाबा दुखहरन नाथ का प्राचीन मंदिर बना है और पूरे वर्ष यहां श्रद्धालुओं का मेला लगा रहता है। 


प्रतिदिन हजारों की संख्या में भक्त बाबा के दर्शन करने पहुंचते हैं और जलाभिषेक कर अपनी मनोकामना की पूर्ति करते हैं।


इसी तरह जिसे के खरगूपुर स्थित भगवान पृथ्वीनाथ की द्वापर युग से आराधना की जा रही है। 


द्वापर युग में पृथ्वीनााथ मंदिर की स्थापना पांडु पुत्र भीम ने की थी और महाभारत काल में भगवान भोलेनाथ के पांडवों के कष्टों का निवारण किया था। 


कलांतर में भगवान शिव के इन रूपों को पूजा गया और तब से यह मानव ​जाति और अखिल ब्रह्माण्ड की रक्षा कर रहे हैं।


महा शिवरात्रि के दिन शहर में दु:खहरन नाथ मंदिर के बाहर भीड़ को देखते हुए शहर के भीतर रूट डायवर्जन भी किया गया है। 


गुरुनानक चौराहे से बडगांव चौराहे तक यातायात पूरी तरह से प्रतिबंधित किया गया है। 


स्टेशन की तरफ जाने वाले वाहनों को गुरुनानक चौराहे से रोडवेज की तरफ बहराइच रोड से नवीन मंडी होते हुए बडगांव और फिर स्टेशन की तरफ जा सकेंगे। 


वहीं उतरौला व इटियाथोक से लखनऊ की तरफ जाने वाले वाहन मिश्रौलिया चौकी होते हुए अंबेडकर चौराहे से लखनऊ जा सकते हैं।

 

मनकापुर पुलिस सुरक्षा में मुस्तैद

भक्तों की सुरक्षा के लिए चप्पे चप्पे पर तैनात रही पुलिस, मंगलवार सुबह से ही आकाश मंडल में हर हर महादेव की आराधना के जयघोष गूंजते रहे। 


लाखों श्रद्धालुओं की सुरक्षा व्यवस्था के लिए ​जिले भर की पुलिस चप्पे चप्पे पर तैनात रही और हर स्थिति से निबटने के लिए जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन मुस्तैद रहा। 


जहाँ एक ओर लाखों श्रद्धालुओं ने सरयू से जल लेकर भगवान का जलाभिषेक किया तो भक्तों ने पैदल यात्रा करके दुखहरण नाथ मंदिर में पहुंचे और जलाभिषेक कर राष्ट्र कल्याण के लिये भगवान आशुतोष से प्रार्थना की, 


मोतीगंज थाना क्षेत्र के जोगेश्वर नाथ मंदिर पर भी सुबह से भक्तों की भीड़ लगी हुई है और भक्तों ने बड़े ही हर्षोल्लास के साथ जलाभिषेक किया, सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस मौजूद है।


धानेपुर में महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर बाबा जयगुरुदेव जी महाराज जी के आध्यात्मिक उत्तराधिकारी बाबा उमाकांत जी महाराज (उज्जैन) के आदेशानुसार बाबा जयगुरुदेव संगत मुजेहना के शिष्यों द्वारा धानेपुर बाजार में स्टाल लगाकर चलते हुए राहगीरों को शरबत प्रसाद ग्रहण कराया गया. 


कार्यक्रम का शुभारंभ बाबा जयगुरुदेव जी महाराज जी को स्मरण करते हुए व प्रार्थना बोल करके किया गया. सेवादार के रूप में  सुरेश बहादुर सिंह, सुखराम वर्मा, रक्षाराम वर्मा, करुणानिधि तिवारी, सतगुरु प्रसाद मौर्य, सुरेश कुमार तिवारी इत्यादि लोग उपस्थित रहे।

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