आर के गिरी
गोण्डा: रूस व यूक्रेन में पिछले 10 दिनों से छिड़े घमासान युद्ध के हालातों के बीच यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को वतन वापस लाने के लिए केंद्र व प्रदेश सरकार लगातार प्रयास कर रहे हैं।
ऐसे में भारत सरकार अपने छात्रों को सकुशल वतन वापसी की चुनौती को देखते हुए कार्य कर रही है। जिसके नतीजे भी अब देखने को मिल रहे हैं।
अपने घर गोण्डा लौटी मेडिकल छात्रा ने युद्ध के हालातों का जिक्र करते हुए सरकार की कोशिशों की सराहना करते हुए छात्रा ने कहा कि एक पिता तुल्य सरकार हम लोगो के साथ खड़ी थी।
अपने छाँव में हमे रक्खा इसके लिए हम मोदी व योगी जी को धन्यवाद देते हैं। यूक्रेन के टर्नओपल नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी के 5वे वर्ष कि मेडिकल छात्रा आरती सोनी ने बताया कि युद्ध के दौरान बहुत भयावह स्थिति थी।
वह व उसके साथी किसी तरह से बस से रोमानिया बार्डर पहुंचे। जहां पर फिर तो हमारी सरकार हमारे साथ खड़ी थी। फिर हम वहां से दिल्ली पहुंचे जहां हमे यूपी भवन में रखकर खाना दिया गया।
फिर गाड़ी से डोर टू डोर घर पहुंचाया गया। नगर के राजेंद्रनगर निवासिनी आरती सोनी ने भगवान व सरकार का शुक्रिया अदा करते हुए बताया कि इंडियन गवर्नमेंट के एडवाइजरी के बावजूद हम यूनिवर्सिटी में क्लास छूटने पर ज्यादा पेनाल्टी भरने से बचने के लिए यूक्रेन से नही निकले थे। अब हम घर सकुशल पहुंच गए हैं।
जिसके बाद से हमारे परिवार में खुशी व सुकून का पल लौट आया है।
मध्यनगर गांव का छात्र घर आया तो मां ने उतारी आरती
यूक्रेन से सुरक्षित घर चहेते पुत्र के पहुंचने पर माँ प्रफुल्लित हो उठी और सबसे पहले पुत्र की आरती उतारी फिर जलपान कराया।
दरअसल, गोंडा जिले के इटियाथोक ब्लाक क्षेत्र के मध्यनगर गांव का छात्र आकाश सिंह जो यूक्रेन में रहकर डॉक्टरी की पढ़ाई करता था।
वहां युद्ध शुरू होने के बाद युवक के माता पिता उसको लेकर काफी चिंतित थे। पिता सूर्य प्रताप सिंह ने कुछ दिन पूर्व जिलाधिकारी को पत्र देकर पुत्र के वापसी की गुहार भी लगाई थी।
जिला प्रसाशन और भारत सरकार के प्रयासों से उक्त छात्र अपने गोंडा नगर में स्थित घर पर पहुंचा तो उसकी मां काफी खुश हुई।
गले लगाकर आरती भी उतारी। बाद में आकाश से मां ने हाल जाना और उसने पूरी स्थित से परिजनों को अवगत कराया।
सभी ने जिलाधिकारी डाक्टर उज्ज्वल कुमार सहित भारत सरकार को धन्यवाद दिया।
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