वेद व्यास त्रिपाठी
प्रतापगढ़। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव नीरज कुमार त्रिपाठी द्वारा जिला कारागार का निरीक्षण किया गया एवं बन्दियों को विधिक रूप से जागरूक किया गया।
निरीक्षण के दौरान जेलर राजेन्द्र प्रसाद चौधरी द्वारा बताया गया कि जिला कारागार में 1120 बन्दी निरूद्ध है जिसमें 966 विचाराधीन बन्दी है, इसमें महिला 24 तथा 891 पुरूष बन्दी शामिल है।
सिद्धदोष बन्दियों की संख्या 130 बतायी गयी जिसमें 06 महिला बन्दी व 124 पुरूष बन्दी शामिल है। जेल अस्पताल में कुल 08 बन्दियों का उपचार चल रहा है, 05 बन्दी पृथक वास में निरूद्ध है।
जेल परिसर से बाहर बने अस्थायी कारागार में 11 बन्दी निरूद्ध बताये गये। जिला कारागार में कोई बन्दी कोरोना पाजिटिव नही है, जिला कारागार को पूरी तरह से सेनेटाइज कराया जा चुका है।
जेल में बन्दियों के लिये कोरोना जांच की व्यवस्था है। जिला कारागार में कार्यरत अधिकारी एवं कर्मचारियों को कोरोना की बूस्टर डोज लगा दी गयी है।
इस अवसर पर सचिव द्वारा जिला कारागार में निरूद्ध बन्दियों को उनके अधिकारों एवं प्लीबारगेनिंग के सम्बन्ध में विधिक जानकारी देते हुये जागरूक किया गया।
इस अवसर पर जेल विजिटर विश्वनाथ प्रसाद त्रिपाठी एडवोकेट द्वारा किशोर बन्दियों को उनके अधिकार एवं जमानत के सम्बन्ध में विधिक जानकारी देते हुये जागरूक किया गया।
निरीक्षण के दौरान जेलर द्वारा जानकारी दी गयी कि जेल में निरूद्ध सभी सिद्धदोष बन्दियों की अपील हो चुकी है जो सम्बन्धित न्यायालयों में विचाराधीन है।
जेल निरीक्षण के दौरान सचिव ने जेल अधिकारी को निर्देशित किया गया कि जिला कारागार की प्रतिदिन साफ-सफाई कराने के साथ-साथ सेनेटाइज कराया जाये, जेल में स्थापित लीगल एण्ड क्लीनिक को नियमित रूप से संचालित करते हुये अभिलेखों को दुरूस्त किया जाये।
यह भी निर्देशित किया गया कि जिन बन्दियों को अपने मुकदमें की पैरवी हेतु निःशुल्क पैनल अधिवक्ता की आवश्यकता है उनके आवेदन पत्र लिखित रूप से प्राप्त करके लीगल एण्ड क्लीनिक में नामित पी0एल0वी0 के माध्यम से रजिस्टर में अकित करते हुये जिला विधिक सेवा प्राधिकरण प्रतापगढ़ कार्यालय को प्रेषित किया जाये। इस अवसर पर उप जेलर सुनील कुमार द्विवेदी उपस्थित रहे।
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