सुनील उपाध्याय
बस्ती।जिले मे मतदान समाप्त होने के बाद ईवीएम जमा कर घर जाने की जल्दी हर कर्मचारी में दिखी। इसके चलते उनमें खूब धक्का मुक्की हुई।
ईवीएम समेत अन्य मतदान सामग्री जमा कराने में कर्मचारियों के पसीने छूट गए। हाईवे पर वाहनों का जाम लगता रहा।
लोकतंत्र के महाकुंभ को संपन्न कराने के लिए जिले में 2470 बूथ बनाए गए थे, जिसमें 10876 कर्मचारी लगाए गए थे।
बुधवार को पोलिग पार्टियां बूथों पर देर तक पहुंच गई। गुरुवार को मतदान कराया गया।
इस बार मतदान शाम छह बजे तक होना था ऐसे में पोलिग पार्टियां को बूथों से निकलने में समय लग गया।
ईवीएम, वीवीपैट व कंट्रोल यूनिट के अलावा अन्य सामान समेटकर कार्मिकों के वाहन मंडी समिति बस्ती के लिए रवाना हुए।
मंडी समिति में पहुंचने के बाद कर्मचारियों के सामने मतदान सामग्री जमा करना चुनौती बन गया। काउंटरों पर उन्हें काफी मशक्कत करनी पड़ी।
इस दौरान महिला कर्मचारियों को खासी परेशानी उठानी पड़ी। कुछ पीठासीन अधिकारियों ने महिला कर्मचारियों को मतदान के बाद ही फ्री कर दिया जबकि कई अन्य ने ईवीएम जमा करने तक सहयोग के लिए रोके रखा। जो देर रात तक फ्री हो सकीं।
रात 10 बजे तक 600 पोलिग पार्टियों ने अपना ईवीएम, वी.वी. पैट, कंट्रोल यूनिट व अन्य प्रपत्र जमा कर दिया था।
मंडी में देर रात तक ईवीएम जमा करने का सिलसिला चलता रहा।अपर जिलाधिकारी अभय कुमार मिश्र ने बताया कि मंडी समिति में सबसे पहले सदर और महादेवा विधान सभा की पोलिग पार्टिया पहुंची।
देर रात तक ईवीएम जमा करने का सिलसिला चलता रहा। ईवीएम को 21 स्ट्रांग रूम में कड़ी सुरक्षा के बीच रखा गया है।
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