वेद व्यास त्रिपाठी
प्रतापगढ़ के तहसील पट्टी में पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य द्वारा रचित सदग्रन्थ के स्थापना दिवस के अवसर पर गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार शाखा पट्टी के तत्वावधान में पट्टी ब्लाक सभागार में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया ।
जिसमें आचार्य पंडित श्री रामशर्मा द्वारा लिखित सद्साहित्य को पढ़ने के लिए लोगो को प्रेरित किया गया।
कार्यक्रम का शुभारम्भ गायत्री मंत्र तथा श्री राम शर्मा आचार्य की प्रतिमा पर माल्यार्पण करके कार्यक्रम का शुभारम्भ हुआ।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जनपद सुल्तानपुर से आए हुए डॉ सुधाकर सिंह ने बताया कि आज हमारे आचार -व्यवहार में बदलाव के कारण तमाम प्रकार की समस्याएं लोगों के दैनिक जीवन में आ रहे है।
उन्होंने बताया कि सनातन संस्कृति में भोजन करने ,उठने बैठने, और बातचीत आचार व्यवहार का तरीका लोग भूल चुके हैं, जिसके कारण तमाम प्रकार की विसंगति आ रही है।
लोगों को बीच में बोलते हुए सुल्तानपुर से आए राकेश सिंह ने किताबों के महत्व के बारे में बताते हुए कहा कि सदसाहित्य और सदग्रंथ हमारे जीवन के लिए अमृत के समान है किताबों का जिस प्रकार से अध्ययन करते हैं वह हमारे लिए संजीवनी की तरह काम करती है ।
और यह आने वाली पीढ़ियों के लिए भी अमृत के समान बन जाती है । अवनिचंद्र उपाध्याय ने भी लोगों के जीवन दर्शन के बारे में विस्तार से बताया।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से पन्नालाल जायसवाल, प्रभात श्रीवास्तव, सर्वेश मिश्रा, विनोद जायसवाल, प्रखर खंडेलवाल, हितेश खंडेलवाल, शिखर खंडेलवाल, उज्जवल गुप्ता, अश्वनी साहू, अक्षत जायसवाल, गिरीशचंद्र शुक्ला, जयराम पांडेय राही, हरिकेश पांडेय, आशीष सक्सेना आदि लोग उपस्थित रहे कार्यक्रम के अंत में कार्यक्रम के संयोजक अतुल खंडेलवाल ने सभी लोगों के प्रति आभार प्रकट किया।
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