रजनीश/ज्ञान प्रकाश
करनैलगंज(गोंडा)। डिप्लोमा इन फार्मेसी में उत्तीर्ण छात्रों को अब पंजीकरण से पहले एग्जिट परीक्षा पास करनी होगी।
बिना परीक्षा पास किये पंजीकरण नहीं होगा। यह जानकारी अखिल भारतीय फार्मासिस्ट एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष हरिओम सिंह ने दी है।
उन्होंने बताया कि फार्मेसी काउंसिल आफ इंडिया के प्रस्ताव को भारत सरकार ने मंजूरी दे दी है।
बीते 24 फरवरी को अधिसूचना भी जारी कर दी गई है, उसके बाद डी फार्मा छात्रों को पंजीकरण से पूर्व एग्जिट परीक्षा देना अनिवार्य हो गया है।
उन्होंने बताया कि फार्मेसी शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिये एग्जिट एग्जाम की मांग राष्ट्रीय अध्यक्ष शशि भूषण सिंह द्वारा काफी दिनों से की जा रही थी।
इससे फार्मेसी के गिरते शैक्षिक स्तर में सुधार होगा। उन्होंने बताया की अखिल भारतीय फार्माशिष्ट एसोसिएशन ने सरकार के फैसले का स्वागत किया है।
अब यह परीक्षा वर्ष में दो बार होगी, परीक्षा कार्यक्रम काउंसिल द्वारा जारी किया जायेगा। फार्मेसी के छात्रों को इस परीक्षा में प्रत्येक पेपर में 50 फीसदी अंक लाने होंगे।
उन्होंने बताया कि फार्मास्यूटिक्स, फार्मोकोलॉजी, फार्माकोग्नोसी, फार्मास्यूटिकल केमेस्ट्री, बायो केमिस्ट्री, हॉस्पिटल एंड क्लिनिकल फार्मेसी, फार्मास्यूटिकल जूरिप्रूडेंस एंड ड्रग स्टोर मैनेजमेंट में बहुविकल्पीय प्रश्नों के तीन पेपर अंग्रेजी में होंगे।
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