अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर जिला मुख्यालय के अंग्रेजी माध्यमिक विद्यालय पायनियर पब्लिक स्कूल एंड कॉलेज परिसर में रविवार को गुरु गोविंद सिंह की जयंती अवसर पर उन्होंने श्रद्धा श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया ।
जयंती अवसर पर कई प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया गया ।
जानकारी के अनुसार 09 जनवरी, 2022 को शहर के अग्रेंजी माध्यम विद्यालय पॉयनियर पब्लिक स्कूल एण्ड कॉलेज में ‘‘गुरू गोविन्द सिंह जयंती‘‘ मनायी गयी।
विद्यालय के प्रबन्ध निदेशक डा0 एम0पी0 तिवारी एवं कोषाध्यक्षा मीता तिवारी नें गुरू गोबिंद सिंह के चित्र पर माल्यापर्ण करके द्धीप प्रज्जवलित किया ।
उन्होंने गुरू गोविन्द सिंह के जीवन परिचय एवं उनके आर्दशों के बारे में छात्र एवं छात्राओं को अवगत कराया कि सिख्खों के दशम गुरू श्री गोविन्द सिंह जी की जंयती को प्रकाश पर्व के रूप में मनाया जाता है।
सिखों के गुरू गोबिंद सिंह जी ने साल 1699 में खालसा पंथ की स्थापना की थी। यह सिखों के इतिहास की सबसे अहम घटना मानी जाती है।
गुरू गोबिंद सिंह ने ही गुरू परंपरा को समाप्त करते हुए गुरू ग्रंथ साहिब को सिखों का गुरू घोषित किया था। गुरू गोबिन्द साहिब ने अपना पूरा जीवन लोगों की सेवा करते हुए सच्चाई की राह पर चलते हुए ही बिताया।
गुरू गोबिंद सिंह ने गुरू प्रथा को समाप्त किया और गुरू ग्रंथ साहिब को सर्वोच्च बताया जिसके बाद से ही ग्रंथ साहिब की पूजा की जाने लगी और गुरू प्रथा खत्म हो गई, ये सिख समाज में काफी बड़ा पड़ाव माना जाता है।
साथ ही गोविंद सिंह ने खालसा वाणी- ‘‘वाहेगुरू जी का खालसा, वाहेगुरू की फतह‘‘ का मंत्र भी दिया।
खालसा पंथ की रक्षा के लिए गुरू गोबिंद सिंह ने मुगलों और उन सहयोगियों से कई बार संघर्ष किया। केवल 9 साल की उम्र में दुनिया के सबसे ताकतवर समुदायों में से एकता की कमान संभालने वाले गुरू गोबिंद सिंह केवल वीर ही नहीं थे, बल्कि वे भाषाओं के जानकार और अच्छे लेखक तथा कवि भी थे।
उन्हें संस्कृत, फारसी, पंजाबी और अरबी भाषाओं का ज्ञान था। उन्होनें कई ग्रंथों की रचना की, जो सिंख समुदाय में आज भी चाव से पढ़े जाते है। ‘‘गुरू गोविन्द सिंह जयंती‘‘ अवसर पर विद्यालय में विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किये गये। भाषण प्रतियोगिता, कला एवं पोस्टर प्रतियोगिता तथा फैन्सी ड्रेस प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
भाषण प्रतियोगिता के अर्न्तगत आयुशी श्रीवास्तव, असरफ रजा, सहजेब खान, ताउत प्रवीन एवं अंशिका यादव नें अपना-अपना विचार प्रस्तुत किया।
इसी क्रम में कला एवं पोस्टर प्रतियोगिता के अन्तर्गत ताउत प्रवीन, मंदिरा शुक्ला, साक्षी त्रिपाठी, जान्हवी राय, पुष्कर दूबे, आकर्ष मिश्रा, आशुतोषा मिश्रा, देव शुक्ला श्लोक तिवारी एवं दर्श श्रीवास्तव नें अपनें कला का प्रदर्शन किया।
तत्पश्चात् फैन्सी ड्रेस के अन्तर्गत सिक्खों के रूप में आशुतोष मिश्रा, आकर्ष मिश्रा, पुष्कर दूबे, देव शुक्ला एवं दर्श श्रीवास्तव नें प्रतिभाग किया।
‘‘गुरू गोविन्द सिंह जयंती‘‘ के अवसर पर विद्यालय के सह निर्देशक आकाश तिवारी, एवं अध्यक्ष डा0 पी0एन0 तिवारी, कोषाध्यक्ष मीता तिवारी, उपाध्यक्ष शैलेश तिवारी, उप प्रधानाचार्य प्रमोद कुमार श्रीवास्तव, संतोष श्रीवास्तव, शिखा पाण्डेय अध्यापकगण राघवेन्द्र त्रिपाठी (एक्टीविटी इंचार्ज), अशोक कुमार शुक्ला, ए0के0 तिवारी, टी0एन0 शुक्ल, मेराज अहमद, पूनम चौहान, राजमणि, लता श्रीवास्तव, किरन मिश्रा, नीलम श्रीवास्तव, नेहा श्रीवास्तव, अर्चना श्रीवास्तव, विश्वनाथ तिवारी, अखिलेश शुक्ला, कपिल निषाद, विश्वनाथ तिवारी, आकृष्ट शुक्ला, डी0डी0 पाण्डेय, शालिनी शुक्ला, तौफीक अहमद, दुर्गा प्रसाद यादव, आशुतोष मिश्रा, अशोक चौहान (पी0टी0आई0) वली आलम, राजीव श्रीवास्तव एवं मनोज शुक्ला ने उपस्थित होकर ‘‘गुरू गोविन्द सिंह जयंती‘‘ को मनाया ।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ