अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर में पहुंचे तुलसी जन्मभूमि न्यास एवं सनातन धर्म परिसर के अध्यक्ष डा. स्वामी भगवदाचार्य ने पत्रकारों से उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से देवीपाटन मंडल मुख्यालय गोण्डा में राजापुर गांव के निकट बनने वाले विश्वविद्यालय का नाम गोस्वामी तुलसीदास के नाम से करने का मांग किया।
उन्होंने कहा कि गोण्डा का राजापुर गांव ही वास्तव में आदि कवि गोस्वामी तुलसीदास की वास्तविक जन्म स्थली है।
तमाम वैज्ञानिक व अदालती प्रमाणों के बाद यह बात सिद्ध हो चुकी है। ऐसी स्थिति में गोस्वामी तुलसीदास के नाम पर विश्व विद्यालय बनने से इस क्षेत्र की ख्याति राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर बनेगी।
तुलसीदास जन्म भूमि न्यास एवं सनातन धर्म परिषद के अध्यक्ष डा. स्वामी भगवदाचार्य के बलरामपुर पहुंचने पर जिला पंचायत अध्यक्षा के प्रतिनिधि व सनातन धर्म परिषद के राष्ट्रीय महासचिव श्याम मनोहर तिवारी ने जोरदार स्वागत किया।
जिले में पहुंचने पर पत्रकारों से बातचीत के दौरान डा. स्वामी भगवदाचार्य ने कहा कि आदि कवि गोस्वामी तुलीदास का जन्म गोण्डा जिले के सूकरखेत स्थित राजापुर गांव में हुआ था।
यहीं पर उन्होंने अपने गुरू नरिहर दास से पसका में बल्यावस्था में कथा का श्रवण किया था। उन्होंने बताया कि गोस्वामी तुलसीदास का ननिहाल दधिवल कुंड दहौरा भिलौला बासू फखरपुर जनपद बहराइच था।
उन्होंने बताया कि वह इस पर लम्बा शोध किए। तमाम जगहों पर आयोजित ब्याख्यान में भी शामिल हुए।
बताया कि सभी वैज्ञानिक, आध्यात्मिक व अदालती प्रमाणों के बाद यह सिद्ध हुआ है कि गोस्वामी तुलसीदास का जन्म स्थान गोण्डा के सूकरखेत स्थित राजापुर गांव में हुआ था।
उन्होंने बताया कि यहां पर आज भी तुलसीदास के पिता के नाम से 45 बीघा जमीन राजस्व के अभिलेखों दर्ज है। उन्होंने यह भी बताया कि तुलसीदास अविवाहित थे।
उनके विवाह का कोई प्रमाण शोध के दौरान नहीं मिला है। भगवदाचार्य ने कहा कि मंडल मुख्यालय गोण्डा के सूकरखेत स्थित गोस्वामी तुलसीदास की जन्मभूमि राजापुर गांव के निकट प्रदेश सरकार राज्य स्तरीय विश्व विद्यालय की स्थापना करने जा रही है।
इसके लिए जमीन अधिग्रहण भी हो चुका है। ऐसी स्थिति में इस राज्य विश्व विद्यालय का नाम गोस्वामी तुलसीदास के नाम पर रखा जाए।
इससे इस क्षेत्र का नाम भी होगा और स्थानीय लोगों को इतिहास के बारे में जानकारी भी होगी।
उन्होंने कहा कि गोस्वामी तुलसीदास विश्व विद्यालय का नामकरण किए जाने को लेकर उन्होंने प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित कई लोगों को पत्र भेजा हैं।
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