अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर के थाना तुलसीपुर क्षेत्र अंतर्गत नगर पंचायत तुलसीपुर के पूर्व अध्यक्ष वर्तमान अध्यक्ष प्रतिनिधि फिरोज अहमद उर्फ पप्पू की 4 जनवरी की रात हुई निर्मम हत्या का खुलासा करते हुए पुलिस ने 6 लोगों को गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों में पूर्व बाहुबली सांसद रिजवान जहीर तथा उनकी पुत्री का दामाद को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है ।
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जानकारी के अनुसार 4 जनवरी को तुलसीपुर निवासी पूर्व चेयरमैन फिरोज अहमद उर्फ पप्पू की हत्या कर दी गई थी, जिसके संबंध में उनके भाई आफरोज अहमद उर्फ रिंकू की तहरीर पर मु0अ0सं0-02/22 धारा-302 भादवि0 का अभियोग पंजीकृत किया गया था। सनसनीखेज घटना के सफल अनावरण हेतु पुलिस अधीक्षक हेमंत कुटियाल द्वारा अपर पुलिस अधीक्षक नम्रिता श्रीवास्तव के निर्देशन तथा क्षेत्राधिकारी तुलसीपुर कुंवर प्रभात सिंह, क्षेत्राधिकारी नगर वरुण मिश्रा तथा क्षेत्राधिकारी उतरौला उदय राज सिंह के नेतृत्व मे 10 टीमों का गठन किया गया था ।
टीमो में सीसीटीवी चेकिंग टीम, सर्विलांस टीम, क्रिमिनल इंटेलिजेंस कलेक्शन एवं इंटेरोगेशन टीम प्रमुख थीं। सीसीटीवी चेकिंग टीम द्वारा तुलसीपुर में लगे सीसीटीवी से लगभग 250 फुटेज एकत्र किए गए तथा क्रिमिनल इंटेलिजेंस टीम द्वारा गोपनीय रूप से सूचनाओं का संकलन किया गया ।
साथ ही घटना के संबंध में महत्वपूर्ण तथ्य एकत्र किए गए। सर्विलांस टीम तथा क्रीमिनल इन्टेलीजेंस कलेक्शन टीम द्वारा 100 से अधिक लोगों से पूछताछ कर उनके मोबाइल नम्बरों का विश्लेषण करते हुए घटना का सफल अनावरण किया गया।
गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों द्वारा घटना कारित करना स्वीकार भी किया गया है। पुलिस अधीक्षक हेमंत कुटियाल ने बताया कि 4 जनवरी 2022 को तुलसीपुर निवासी पूर्व चेयरमैैन फिरोज अहमद उर्फ पप्पू की पूर्व नियोजित तरिके से समय करीब रात्रि 10.20 बजे उनके घर के पास अज्ञात हमलावरों द्वारा हत्या की घटना कारित की गयी ।
घटना का कारण: घटना में गिरफ्तार किये गये अभियुक्तो मेराजुल हक उर्फ मामा व महफूज से पूछताछ करने पर तथा घटना से सम्बन्धित वैज्ञानिक साक्ष्यों की समीक्षा करने पर यह बात प्रकाश मे आयी कि मृतक फिरोज अहमद एवं पूर्व सांसद रिजवान जहीर समाजवादी पार्टी के सक्रिय सदस्य हैं।
फिरोज अहमद एवं पूर्व सांसद रिजवान जहीर, उनकी पुत्री जेबा व दमाद रमीज के बीच समाजवादी पार्टी के टिकट पाने हेतु राजनैतिक प्रतिद्वन्दिता थी। पूर्व में मृतक फिरोज अहमद, रिजवान जहीर के गुट में थे, परन्तु पिछले कुछ वर्षों में मृतक फिरोज अहमद ने क्षेत्र मे अपनी अलग पहचान बना ली थी और उनकी लोकप्रियता दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही थी।
पूर्व में फिरोज तथा वर्तमान में उनकी पत्नी कहकशा तुलसीपुर नगर पंचायत की चेयरमैन बनीं। फिरोज का राजनैतिक वर्चस्व बढ़ने लगा।
दोनों पक्ष समाजवादी पार्टी का टिकट प्राप्त करने की होड़ में थे और पुरजोर तरीके से टिकट के लिए पैरवी भी कर रहे थे। इसी कारण मृतक फिरोज व रिजवान जहीर के बीच धीरे-धीरे राजनैतिक कटुता बढ़ती गई, जिसमे खुले तौर पर रिजवान जहीर के दमाद रमीज तथा कार्यकर्ता मेराज द्वारा मृतक फिरोज अहमद को कई बार चैलेंज किया गया तथा सोशल मीडिया पर टिप्पणी की गई। विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी का टिकट प्राप्त करने में मृतक फिरोज पूर्व सांसद रिजवान जहीर के रास्ते में आ रहे थे।
घटना से पूर्व दोनों पक्ष समाजवादी पार्टी के टिकट की पैरवी के लिए लखनऊ गए थे । पूर्व सांसद रिजवान जहीर अपनी पुत्री जेबा के लिये समाजवादी पार्टी के टिकट के लिये प्रयासरत है और दूसरी तरफ मृतक फिरोज जिसे तुलसीपुर क्षेत्र में हिन्दू मुस्लिम दोनों समुदायों का समर्थन था वो भी समाजवादी पार्टी से टिकट पाने के लिये अलग अलग माध्यमों से पैरवी करा रहे थे।
इसी राजनैतिक विद्वेष के कारण रिजवान जहीर, रमीज, जेबा व शकील द्वारा पूर्व चेयरमैन फिरोज अहमद की हत्या का षड्यंत्र बनाया गया और इस कार्य के लिए उन्होंने अपने नजदीकी मेहराज व महफूज को लगाया ।
उन्होंने बताया कि योजना करीब एक महीने पहले बनाई गई थी जिसमें करीब तीन बार फिरोज को मारने का प्रयास किया गया परंतु हर बार असफल रहे। 4 जनवरी को जब पूर्व चेयरमैन फिरोज अहमद लखनऊ से वापस आए तो रमीज द्वारा शकील के माध्यम से मेराजुल हक उर्फ मामा व महफूज को अपने कोठी पर बुलाया गया और कार्य पूरा करने के लिए बोला गया।
उसी दिन शाम को जब फिरोज अपने मित्र शाहिद के साथ घर से निकले थे तभी से मेराज व महफूज घात लगाकर गली में बैठ गए और फिरोज अहमद के वापस आने का इंतजार करने लगे जैसे ही फिरोज अहमद वापस आए और अपने घर की तरफ पैदल जाने लगे तभी अभियुक्तो द्वारा राड और चाकू से उन पर हमला कर हत्या कर दी गई और भाग गए।
मेराज द्वारा घटना करने के बाद रमीज को सूचना दी गई तथा रात में रिजवान जहीर की कोठी पर जाकर रुक गया। उन्होंने बताया कि मामले में 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया है गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों में मेराजुल हक उर्फ मामा पुत्र एहसानुलहक नि0 इमलिया गनेशपुर थाना हर्रैया जनपद बलरामपुर, वर्तमान निवास जरवा रोड कस्बा तुलसीपुर थाना तुलसीपुर जनपद बलरामपुर महफूज पुत्र अबुल हासिम नि0- जरवा रोड़ कस्बा तुलसीपुर थाना तुलसीपुर जनपद बलरामपुर, रिजवान जहीर पुत्र जहीरूल्हक नि0- शीतलापुर कस्बा तुलसीपुर थाना तुलसीपुर जनपद बलरामपुर, रमीज पुत्र नियामतखां नि0- भंगहाकला वर्तमान पता मो0 शीतलापुर (सांसद आवास) थाना तुलसीपुर जनपद बलरामपुर, जेबा रिजवान पत्नी रमीज नि0- शीतलापुर कस्बा तुलसीपुर थाना तुलसीपुर जनपद बलरामपुर तथा शकील पुत्र मो0 याकूब नि0- जेठवारा थाना जेठवारा जनपद प्रतापगढ शामिल थे ।
अभियुक्तोंं के पास से एक अवैध पिस्टल 32 बोर दो जिंदा कारतूस हत्या मेंं प्रयोग चाकू लोहेे का राा तथा 7 मोबाइल फोन बरामद किया गया है ।
गिरफ्तारी करने वाले टीम में क्रिमिनल इंटेलीजेंस कलेक्शन टीम के अवधेश कुमार राज प्र0नि0 तुलसीपुर, जयदीप दूबे प्र0नि0 रेहरा बाजार, आलोक राय प्र0नि0 पचपेड़वा, विजय कुमार सिंह व0उ0नि0 थाना तुलसीपुर, किसलय मिश्रा उ0नि0 तुलसीपुर, छोटेलाल मु0आ0 तुलसीपुर, सीसीटीवी चेकिंग टीम- उ0नि0 अनिल दीक्षित, उ0नि0 पूर्णेश पाण्डेय थाना पचपेड़वा, आ0 शोभित व आ0 राहुल श्रीवास्तव शामिल थे ।
स्वाट व सर्विलांस टीम के निरीक्षक श्याम लाल यादव, उ0नि0 गुरुसेन सिंह, हेड कांस्टेबल देवेंद्र सिंह, हेड कांस्टेबल बिरजू कुमार, कांस्टेबल अखिलेश कुमार, कांस्टेबल रोहित शुक्ला, कांस्टेबल सुशील सिंह व का0राजू सिंह शामिल थे गिरफ्तारी करने वाली टीम को एक लाख रुपए पुरस्काार की घोषणा की गई है ।
रिजवान जहीर का आपराधिक इतिहास
पूर्व बाहुबली सांसद रिजवान जहीर के उपर पूर्व के 14 अभियोग हैं, जिसमें हत्या व बलवा के कई अभियोग हैं।
वर्ष 2021 में प्रधानी चुनाव के दौरान भी इनके विरूद्ध अभियोग पंजीकृत किया गया था तथा एनएसए के अन्तर्गत कार्यवाही की गयी थी।
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