बी पी त्रिपाठी
गोंडा, यूपी:गोंडा जनपद में कानून ब्यवस्था की पोल खोलती ये खबर पूरे सिस्टम को सवालों के कटघरे में खड़ी करती है।
एक लड़की जिसका पूरा जीवन बर्बाद कर दिया गया, उसके साथ दरिंदगी करने की कोशिश उस सख्श ने की जिसकी छाया में घर की बहू, बेटियां अपने को सुरक्षित महसूस करती हैं।
सुलहनामा |
बस्ती जिले की एक युवती का विवाह वजीरगंज थाना क्षेत्र के गाँव में के पुत्र के साथ दो मई 2019 को हुआ था, विवाह के कुछ महीनों बाद से विवाहिता अपने पति, सहित अन्य परिवारी जनों पर दहेज की खातिर उत्पीड़न और ससुर द्वारा आबरू के साथ खिलवाड़ किये जाने की शिकायत करती आ रही है।
विवाहिता ने उत्पीड़न और शारीरिक पोषण के विरुद्ध पहली शिकायत थाना वजीरगंज में 24/04/2020 को किया था, तब से कई बार विवाहिता वजीरगंज पुलिस से फिर महिला थाने में शिकायत की, तो माँ ने कप्तान साहब के दरबार में बेटी को इन्साफ दिलाने की अर्जी लगाई,
लेकिन हर बार आरोपित पुलिस को गुमराह करने में कामयाब रहे, आज तक विवाहिता की शिकायत का ना तो गोंडा की पुलिस निस्तारण करा सकी और ना ही दहेज उत्पीड़न व अस्मिता के साथ खिलवाड़ किये जाने के विरुद्ध मुकदमा लिखा गया, विगत दो वर्षों से शिकायत के बाद सुलह का प्रस्ताव आरोपियों द्वारा दिया जाता रहा है, किन्तु हर वादे, हर प्रस्ताव की तारीख पर पुलिस आरोपियों के इशारे पर सुलह समझौते की अलगी तारीख तय कर देती है।
इन्ही कुचक्रों में फंस कर माँ बेटी दोनों ढाई साल से बस्ती टू गोंडा का सफर तय करती आ रही हैं, किन्तु आज भी पुलिस आरोपियों के इशारे पर सुलह समझौते की तारीख ही दे पा रही है।
आखिरी शिकायत विवाहिता की माँ ने जिले के कप्तान से बेटी को इन्साफ दिलाने के लिए 13/12/2021 को शिकायत पत्र दिया तो विवाहिता ने महिला थाने पर पुनः 17/12/2021 को अर्जी दी,
किन्तु आज भी हर शिकायत पर आरोपियों द्वारा सुलह का प्रस्ताव और फिर अगली तारीख दे कर पुलिस भी आरोपियों के साथ माँ ,बेटी का उत्पीड़न करने में अपना हक अदा करती नज़र आ रही है।
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