पं श्याम त्रिपाठी
नवाबगंज (गोंडा)ग्रामीणों ने पकडा साल भर से आतंक का पर्याय बना काला सांड।
नवाबगंज क्षेत्र के आधा दर्जन गांवों में कई लोगों के साथ पालतू पशुओं को क्षति पहुंचाकर दहशत का पर्याय बन चुके काले छुट्टा सांड को मंगलवार को नवाबगंज गिर्द के प्रधान प्रतिनिधि के सहयोग से ग्रामीणों ने 04 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद पकड लिया।
नवाबगंज गिर्द के प्रधान प्रतिनिधि डॉ शैलेंद्र दुबे 'संजय' ने बताया कि इस काले सांड ने एक वर्ष पूर्व गांव के अगमपुर मजरा निवासी राममिलन पुत्र शिव प्रसाद को घायल कर दिया था जिससे उसकी मौत हो गई थी।
गाँव के ही जेहली पुरवा के हनुमान पुत्र बुधई और जयपाल पुत्र दुर्गा, रामदयाल पुत्र कुबेरे को घायल कर दिया था।
एक हफ्ते पहले सांड ने गयालाल की गाय को मार कर मरणासन्न कर दिया।
प्रधान प्रतिनिधि संजय दूबे ने बताया कि नवाबगंज गिर्द गांव के साथ-साथ आसपास के लगभग आधा दर्जन गांवों में भी इस सांड द्वारा कई लोगों और पालतू पशुओं को घायल किया जा चुका था।
कई बार विभिन्न गांवों के लोगों ने इस सांड को पकड़ने का प्रयास भी किया गया लेकिन प्रयास विफल रहा।
मंगलवार की सुबह नवाबगंज गिर्द के ग्रामीणों और बाहर से बुलाई गई रेस्क्यू टीम के द्वारा 04 घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद इस सांड को पकडा गया, सांड के पकड़े जाने की सूचना पर कई गाँवों के लोगों की भीड़ सांड को देखने के लिए मौके पर जुट गई गौरतलब है कि सूबे के समाज कल्याण मंत्री के जनसंपर्क अधिकारी वेद प्रकाश दूबे द्वारा इस सांड को पकड़वाने के लिए जिलाधिकारी को पत्र भी लिखा गया था।
प्रधान प्रतिनिधि डॉ शैलेंद्र दुबे ने बताया कि इस सांड़ को वन संरक्षित क्षेत्र में छोड़ दिया जायेगा ताकि आगे से कोई अन्य दुर्घटना ना घटने पाए वहीं गाँव के रवि दूबे, ग्राम प्रधान अर्जुन,सूरज मिश्रा, बादशाह, रवि श्रीवास्तव, सहित दर्जनों ग्रामीणों ने सांड के पकड़े जाने पर खुशी जाहिर की है!
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ