रजनीश/ज्ञान प्रकाश
करनैलगंज(गोंडा)। आदर्श आचार संहिता लागू होने के पांच दिन बाद तक जिम्मेदार अफसरों की उदासीनता के चलते तहसील क्षेत्र से विभिन्न दलों के उम्मीदवारों की वॉल पेंटिंग नहीं हटाई जा सकी।
निर्वाचन आयोग की ओर विधानसभा निर्वाचन की अधिसूचना जारी होने के बाद आठ जनवरी शाम चार बजे से आदर्श आचार संहिता प्रभावी की गई। तभी से होर्डिंग्स व वॉल पेंटिंग हटाने का अभियान भी शुरू हुआ।
मगर पांच दिन बीत जाने के बावजूद करनैलगंज तहसील क्षेत्र के ग्रामीण अंचलों में लगे राजनीतिक पार्टियों व प्रत्याशियों के बैनर व कराई गई वॉल पेंटिंग प्रशासनिक दावों की धज्जियां उड़ा रही हैं।
आदर्श आचार संहिता प्रभावी होने के बाद डीएम मार्कण्डेय शाही के निर्देश पर उसी दिन से होर्डिंग्स व वॉल पेंटिंग हटाने का अभियान शुरू हो गया।
पहले दिन तो अफसरों ने कस्बों में लगी होर्डिंग्स हटाने का काम शुरू किया। कस्बे से होर्डिंग्स व वॉल पेंटिंग हटाने के बाद प्रशासन को ग्रामीण क्षेत्रों में लगे बैनर व वॉल पेंटिंग हटाने का जिम्मा मिला था।
जो सिर्फ एक दिन में कोरम पूरा करके समाप्त कर दिया गया। करनैलगंज-हुजूरपुर रोड, कटरा रोड सहित ग्रामीण इलाकों में वॉल पेंटिंग व लगाये गए बैनर व पोस्टर प्रशासन के दावों की पोल खोल रहे हैं।
इस संबंध में जब उप जिलाधिकारी हीरालाल ने बताया कि नगर व आसपास के क्षेत्रों से बैनर, पोस्टर व वाल पेंटिंग हटाई गई उसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में लेखपाल, राजस्व निरीक्षक व ग्राम विकास अधिकारी को निर्देशित किया गया है कि किसी भी गांव में चुनाव या पार्टियों का बैनर, होर्डिंग आदि सामग्री को हटवाएं।
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